विशेष संवाददाता,
कांग्रेस पार्टी, अपनी डूबती नैया को पार लगाने की हर संभव कोशिश में जुटी है। कहीं राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग है, तो कहीं प्रियंका का चुनावी डेब्यू कराने की। यहाँ तक तो फिर भी ठीक था, लेकिन एक नई मांग ने सबको चौंका कर रख दिया है। अगर कांग्रेस का कोई नेता ये कहे कि कांग्रेस यूपी में वरुण गांधी को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाए, तो जाहिर है इस पर हैरानी तो होगी ही।
यूपी कांग्रेस के महासचिव उमेश पंडित ने वरुण को कांग्रेस में लाकर यूपी का सीएम उम्मीदवार घोषित करने की मांग की है। उमेश पंडित ने कहा है कि वरुण गांधी गांधी-नेहरू परिवार के हैं। उनका पार्टी में शामिल होना पार्टी के लिए और राहुल गांधी की सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
पंडित का ये बयान उस समय आया है जब वरुण के बीजेपी से नाराज चलने की खबरें इन दिनों चर्चा में हैं। पिछले दिनों बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने यूपी चुनाव की रणनीति पर बातचीत के लिए यूपी के 71 सांसदों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद वरुण गांधी अनुपस्थित थे। इलाहाबाद में राष्ट्रीय कार्यरकारिणी की बैठक के दौरान ही यह बैठक बुलाई गई थी। वरूण की गैर-मौजूदगी के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि निजी कारण से वरुण गांधी बैठक में शामिल नहीं हो पाए थे।
सूत्रों की मानें तो वरुण गांधी पार्टी पर अपनी उम्मीदवारी को लेकर दबाव बना रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के उमेश पंडित वरुण गांधी की कथित नाराजगी में अपने लिए एक उम्मीद की किरण ढूंढ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि यूपी में कांग्रेस ने अभी तक किसी को सीएम उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। जहाँ वरुण गांधी के समर्थक उन्हें बीजेपी के सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट करने की मांग कर रहे हैं वहीं कांग्रेस के नेता का यह बयान और मांग खलबली तो मचाएंगे ही।