जटाशंकर पाण्डेय । Navpravah.com
देश में अपनी डूबती साख को बचाने के कठोर प्रयास में लगी कांग्रेस पार्टी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर अपने प्रचार के लिए एक खास प्रकार का आसान किया, शवासन। जी हाँ! मामला मध्यप्रदेश के मंदसौर का है, जहाँ इस समय किसान आंदोलन चरम सीमा पर है। पुलिस गोलीबारी में मारे गए किसानों और कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर रहे किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए किसानों ने कई अलग-अलग स्थानों पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर शवासन किया।
लगे हाथ कांग्रेस पार्टी भी उनके नक़्शे कदम पर चलती नज़र आई व किसानों से अलग, कांग्रेस ने भी सरकार के विरोध में शवासन किया। अब सरकार द्वारा योग दिवस मनाने का विरोध कर रही कांग्रेस पार्टी यह बात तो भूल ही गई कि ‘शवासन’ भी तो ‘योग’ का ही एक हिस्सा है!
दरअसल हरदा में आम किसान यूनियन ने भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ शवासन किया। इसी तरह अन्य स्थानों पर भी किसानों ने अलग से शवासन किया। इसी बीच राजधानी में प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी दफ्तर के सामने शवासन किया। यादव का आरोप है कि राज्य का किसान बदहाली के दौर से गुजर रहा है। अपना हक मांगने पर उन्हें गोली मार दी जाती है। उन्हें फसलों का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं, मगर सरकार लापरवाह बनी हुई है। उन्होंने सरकार के रवैए और किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए शवासन किया।
गौरतलब है कि राज्य के किसानों ने 1 से 10 जून तक कर्ज माफी और फसल के उचित दाम की मांग को लेकर आंदोलन किया था। इस दौरान 6 जून को मंदसौर में पुलिस की गोलीबारी में पांच और पिटाई से एक किसान की जान चली गई थी। इसके बाद बीते 9 दिनों में कर्ज और सूदखोरी से परेशान 15 किसान आत्महत्या कर चुके हैं।