नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करने के पहले बजट प्रपत्र के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास पहुंची हैं। सीतारमण के साथ वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर समेत बजट निर्माण की पूरी टीम दिखी। इस बार भी सूटकेस की जगह बजट प्रपत्र को लाल कपड़े में ही बांधा गया है। 5 जुलाई, 2019 को अपना पहला बजट पेश करते समय सीतारमण ने वर्षों पुरानी परंपरा तोड़ते हुए लेदर बैग की जगह बही-खाते के साथ संसद में प्रवेश किया था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करेंगी। केंद्रीय बजट को आप लाइव Jagran.Com पर देख सकते हैं। इस बजट में आम लोग Income Tax में कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। यह बजट देश की इकोनॉमी को रिवाइव करने का मौका है, जिसे सरकार भुनाना चाहती है। सरकार इससे पहले कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के जरिए देश की इकोनॉमी को बूस्ट करने की कोशिश कर चुकी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट की जगह बही-खाता का चलन पिछले बजट से शुरू किया था। निर्मला सुबह 11 बजे लोकसभा में बजट पेश करेंगी। बताया जा रहा है कि इस बजट में लोगों के जेब में खर्च के लिये अधिक पैसा बचे इसके लिये आयकर में कटौती, ग्रामीण और कृषि क्षेत्र को अधिक प्रोत्साहन और ढांचागत क्षेत्र की परियोजनाओं के लिये आवंटन बढ़ाया जा सकता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का परिवार संसद पहुंचा। उनकी बेटी पी वनगमई भी पहुंचीं संसद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर संसद पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी केंद्रीय कैबिनेट मीटिंग की अध्यक्षता करेंगे। बैठक के बाद आम आदमी का बजट पेश होगा।
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने संसद में केंद्रीय बजट 2020 पेश किए जाने से पहले कहा है कि मोदी सरकार सबका साथ, सबका विकास में यकीन करती है। हमें पूरे देश से सुझाव मिले हैं। सरकार कोशिश कर रही है कि बजट सबके लिए अच्छा हो।
आपको बता दें, BSE Sensex और Nifty आम तौर पर शनिवार को बंद रहते हैं लेकिन आज केंद्रीय बजट 2020 पेश होगा। इस वजह से सेंसेक्स और निफ्टी पर कारोबार होगा। इससे पहले 28 फरवरी, 2015 को आखिरी बार शनिवार होने के बावजूद शेयर मार्केट खुले थे, तब अरुण जेटली ने लोकसभा में केंद्रीय बजट पेश किया था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज वित्त वर्ष 2020-21 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी। इसके लिए उन्होंने दर्जनभर अर्थशास्त्रियों, शीर्ष उद्योगपतियों और किसानों एवं अन्य संगठनों के साथ बैठक की है। इस बजट को तैयार करने में वित्त सचिव राजीव कुमार, आर्थिक मामलों के सचिव अतनु चक्रवर्ती, एक्सपेंडिचर सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन, राजस्व सचिव अजय भूषण पाण्डेय और विनिवेश सचिव तुहीनकांत पाण्डेय की अहम भूमिका है।