लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा इन दिनों गांधी शांति यात्रा लेकर मोदी सरकार से दो-दो हाथ करने में लगे है यात्रा लेकर उत्तर प्रदेश के इटावा पहुंचे सिन्हा ने कहा कि जन विरोधी मोदी सरकार के खिलाफ़ खड़ा होना हर भारतीय का कर्तव्य है।
सैफई में तिरंगा फहराने के बाद पत्रकारों से बातचीत में पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने रविवार को कहा कि जिस संविधान को 26 जनवरी 1950 को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के साथियों ने देश को दिया वो खतरे में है। गणतंत्र खतरे में है और इसलिए गांधी शांति यात्रा की जरूरत आ पड़ी। किसान सबसे ज्यादा परेशान है इसलिए वो हमारा हौसला बढ़ाने में आगे है। आज अगर हम नहीं चेते तो कल बहुत देर हो जायेगी।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। देश को धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश हो रही है। CAA संविधान के बिल्कुल ही खिलाफ है, इसकी कोई आवश्यकता ही नहीं थी यह कानून देश को बांटने के लिए ही बना है इसको प्रभावी नहीं किया जा सकता है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को सैफई में भव्य आयोजन के लिये बधाई देते हुये कहा कि वो खुद भी पुराने समाजवादी रहे हैं और आगे भी समाजवादी ही बने रहेंगे। हम उन सब लोगों का हाथ मजबूत करेंगे जो इस सरकार का विरोध करते है और जो जुल्म हो रहा है उसके खिलाफ खड़े है। सिन्हा ने कहा कि वह नौ जनवरी को मुंबई से गांधी शांति यात्रा की शक्ल में निकले है। सैफई के बाद वह लखनऊ जायेंगे। अगले तीन दिन यूपी में व्यतीत करने के बाद वह 30 जनवरी को दिल्ली के राजघाट पर इस यात्रा का समापन करेंगे।