अमित द्विवेदी,
राजनीतिक आरोप प्रत्यारोपों के सिलसिले के दौरान अब भाजपा के दो दिग्गज नेताओं के बीच बहस छिड़ गई है। आज एक ओर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकान्त दास पर हमला बोला, तो दूसरी ओर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक अनुशासित सरकारी अधिकारी पर इस तरह के हमले को अनुचित व गलत बताया।
स्वामी ने अपने ट्वीट में शक्तिकान्त दास पर आरोप लगाया कि दास के खिलाफ महाबलीपुरम के प्रमुख स्थान पर संपत्ति सौदे में मदद पहुंचाने से जुड़ा मामला लंबित है। उन्होंने रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल तथा दास को रिजर्व बैंक गवर्नर पद से दूर रखने तथा दास को उनके मूल कैडर तमिलनाडु भेजने की मांग की। इसके तुरंत बाद जेटली ने ट्विट किया, “यह वित्त मंत्रालय के एक अनुशासित अधिकारी पर अनुचित व गलत हमला है।”
आपको बता दें कि वित्त मंत्री एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) के गवर्नर बोर्ड की बैठक में भाग लेने चीन गए हुए हैं। जेटली ने कल स्वामी द्वारा मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम पर हमले का भी बचाव करने में अगुवाई की थी। उन्होंने इस बात पर दुःख व्यक्त किया था कि राजनीतिज्ञ सरकार में बैठे लोगों पर किस हद तक आरोप लगा सकते हैं जबकि अधिकारी अनुशासन की वजह से प्रतिक्रिया नहीं दे सकता।
हालाँकि सुब्रमण्यम स्वामी ने एक टीवी चैनल को दिए बयान में कहा, “मुझे वित्त मंत्री अरुण जेटली से कोई लेना-देना नहीं है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अध्यक्ष अमित शाह के प्रति जवाबदेह हूँ।”