एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
यूपी के लोकसभा उपचुनाव में उलटफेर देखने को मिल रहा है। पहले राउंड में बीजेपी को बढ़त मिली थी। दूसरी राउंड में सपा को 24 वोटों की बढ़त मिली, और अब यह बढ़त तीसरे राउंड में बढ़कर 1500 वोटों की हो गई।
अब तक आठ राउंड की मतगणना हो चुकी है। वहीं दूसरी तरफ फूलपुर में भी सपा के प्रत्याशी को बढ़त मिल रही है। वहां से सपा प्रत्याशी नागेंद्र पटेल 10 हजार से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं।
गोरखपुर में सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद ने इससे पहले मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया था उसके बाद पहले राउंड के रुझान जारी होने के बाद आंकड़े जारी नहीं किए गए।
विवाद बढ़ने पर गोरखपुर के जिलाधिकारी मतगणना केंद्र पर पहुंच गए हैं। शुरुआती रुझानों में बीजेपी के प्रत्याशी उपेंद्र शुक्ला आगे रहे। विवाद के बाद तीसरे राउंड के आंकड़े जारी किए गए, जिसमें सपा के प्रवीण निषाद बीजेपी के उपेंद्र शुक्ला से 1500 वोटों से आगे चल रहे हैं।
इस बीच मतगणना शुरू होने के ठीक बाद समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी प्रवीण निषाद ने कहा कि उन्हें हराने के लिए राज्य सरकार प्रशासन का दुरुपयोग करेगी। प्रवीण निषाद ने आरोप लगाया कि वोटों की गिणती शुरू होते ही मतगणना केंद्र से उनके प्रतिनिधि को बाहर कर दिया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले भी गोरखुपर में बीजेपी वोटों की गिणती में हेरफेर करके साल 1999 में जमुना प्रसाद निषाद को हरा चुके हैं। प्रवीण निषाद ने आरोप लगाया कि बीजेपी इस बार भी ईवीएम बदलकर मतगणना में गड़बड़ी कर सकती है।
गोरखपुर के जातीय गणित को यदि देखा जाए तो यहां 19.5 लाख वोटरों में से 3.5 लाख वोटर निषाद समुदाय के हैं। संख्याबल के लिहाज से यह सबसे प्रभावी जाति समुदाय है जोकि कुल वोटरों का 18 प्रतिशत हिस्सा है।
सपा-बसपा तालमेल के बाद यदि जातीय समीकरण देखा जाए तो निषाद समुदाय के अलावा यहां करीब साढ़े तीन लाख मुस्लिम, दो लाख दलित, दो लाख यादव और डेढ़ लाख पासवान मतदाता हैं।