एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज ने खुद को गोली मार ली है, उन्हें इंदौर के बॉम्बे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भय्यूजी के इस कदम से उनके अनुयायियों में दुःख व्याप्त है।
इनका वास्तविक नाम उदय सिंह शेखावत है, लेकिन मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में इन्हें लोग भय्यूजी महाराज के नाम से जानते हैं, भय्यूजी महाराज एक ऐसे आध्यात्मिक गुरु हैं जो गृहस्थ जीवन जीते हैं। उनकी हालत नाजुक बतायी जा रही है, भय्यूजी महाराज को शिवराज सिंह सरकार में मंत्री का दर्ज दिया गया था, ये उन्हीं 5 संतों में शामिल थे जिन्हें सरकार ने मंत्री का दर्जा देने का फैसला किया था।
पिछले साल अप्रैल 2017 में भय्यूजी महाराज ने दूसरी शादी की थी, उन्होंने ग्वालियर की डॉक्टर आयुषी के साथ सात फेरे लिए थे, भय्यू महाराज की पहली पत्नी माधवी का डेढ़ साल पहले (नवंबर 2015 में) निधन हो गया था। पहली शादी से उनकी एक बेटी कुहू है, जो पुणे में रहकर पढ़ाई कर रही है। भय्यूजी महाराज कुछ समय पूर्व सार्वजनिक जीवन से संन्यास की घोषणा कर चुके थे, लेकिन अचानक उन्होंने शादी का फैसला लेकर सबको चौंका दिया था।
भय्यूजी महाराज का मुख्य आश्रम इंदौर के बापट चौराहे पर स्थित है। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देखमुख, शरद पवार जैसी हस्तियां उनके आश्रम आ चुकी हैं।
भैय्यूजी महाराज मॉडल रह चुके हैं, मॉडलिंग का करियर छोड़कर उन्होंने आध्यात्म का रास्ता चुना है, वे सियाराम शूटिंग के मॉडल रह चुके हैं, वह दूसरे आध्यात्मिक गुरु से बिल्कुल अलग हैं, वह कभी खेतों की जुताई करते देखे जाते हैं तो कभी क्रिकेट खेलते हुए।