सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल जुलाई 2017 में समाप्त होने वाला है। अगला राष्ट्रपति कौन बनेगा इस पर तमाम न्यूज़ एजेंसियों से लेकर सोशल मीडिया में भी गहमा-गहमी शुरू है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से लगभग सबके दिमाग में यही प्रश्न था। मोदी और यूपी में योगी के बाद अब देश का अगला राष्ट्रपति भी राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से बनेगा, क्या मोहन भागवत देश के अगले राष्ट्रपति होंगे?
इन तमाम अटकलों के बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मीडिया में चल रही इन ख़बरों पर विराम लगा दिया है। मोहन भागवत ने इन खबरों का पूरी तरह से खंडन करते हुए कहा कि ऐसी खबरें सिर्फ मनोरंजन के लिए होती हैं और इसे वहीं तक सीमित रखना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी 27 मार्च को कहा था कि राष्ट्रपति का पद देश में शीर्षतम पद है। इसलिए यह पद बेदाग छवि वाले किसी व्यक्ति को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा था कि हिंदू राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से मोहन भागवत राष्ट्रपति पद के लिए अच्छी पसंद होंगे, लेकिन उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करने का फैसला उद्धव जी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा था कि हमने सुना है कि राष्ट्रपति पद के लिए भागवत के नाम पर विचार चल रहा है। गौरतलब है कि मोहन भागवत के नाम को लेकर शिवसेना के मुखपत्र सामना में भी संपादकीय छप चुकी है।