एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बीती रात दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी। इस तनातनी, मारपीट और झड़प में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि 40 लोग घायल हो गए हैं। दंगाइयों पर काबू पाने के लिए पुलिस को गोलियां चलानी पड़ीं।
हिंसक झड़प के दौरान पथराव में घायल हुए 40 लोगों को RMO मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। आरएमओ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर कैलाश जाइन ने बताया कि हिंसा में घायल दो व्यक्तियों को जब यहां लाया गया। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
दंगाइयों को काबू करने में पुलिस द्वारा चलाई गई गोली से एक बच्चा भी गंभीर रूप से घायल हुआ है, जबकि नौ लोगों को गंभीर चोटें आई हैं।
हिंसा के दौरान 30 से 40 दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया तो 40 से 50 गाड़ियां भी जलकर खाक हो गई हैं। शहर के तीन इलाकों शाहगंज, राजाबजार और गांधीनगर में हिंसा हुई है। पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए हवाई फायरिंग में प्लासटिक की गोलियां बरसाईं।
इससे पहले दो गुटों के तनाव के दौरान पुलिस और हिंसा पर उतारू भीड़ के बीच झड़पें हुई। इस दौरान भीड़ की तरफ से जमकर पथराव किया गया। पुलिस की चार गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया।
पुलिस का कहना है कि अब तक यह पता नहीं चल सका है कि हिंसा किस बात को लेकर भड़की। कहा जा रहा है कि अवैध रूप से लगाई गई पानी की पाइप लाइन काटने में भेदभाव के चलते यह झगड़ा शुरू हुआ। वहीं व्यावसायिक वर्चस्व की बात भी सामने आ रही है।
फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं लेकिन शहर में तनाव है। पूरे शहर में धारा 144 लागू है और पुलिस लगातार शहर के अलग अलग इलाकों में मार्च कर रही है।एसआरपीएफ की दो टुकड़ी लगा गई हैं। पड़ोसे के जिले जालना और औरंगादाबाद ग्रामिण पुलिस को भी शहर में तैनात किया गया है।