शिखा पाण्डेय|Navpravah.com
मशहूर बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर को ‘फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’, पुणे का अध्यक्ष चुना गया है। वर्ष 2015 में जब गजेंद्र चौहान को इस संस्थान का अध्यक्ष बनाया गया था, तभी से यह संस्थान काफी सुर्ख़ियों में आ गया था क्योंकि छात्रों ने चौहान के चुनाव का जमकर विरोध किया था।
एफटीआईआई छात्रों के साथ-साथ फिल्मी जगत के कई कलाकारों ने भी गजेंद्र चौहान की काबिलियत पर सवाल खड़े करते हुए उन्हें संस्थान का उच्चतम पद देने का विरोध किया था। संस्थान के छात्रों ने पूणे से लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर तक विरोध प्रदर्शन किया था, जिसकी वजह से चौहान अपने नियुक्ति के सात महीने तक अपना पदभार संभाल नहीं पाए थे। 139 दिनों तक एफटीआईआई के छात्रों ने हड़ताल की थी जिनमें से कुछ छात्रों ने अनशन भी किया था।
प्रसिद्ध धारावाहिक ‘महाभारत ‘ में युधिष्ठिर की भूमिका निभाने वाले एक्टर गजेंद्र चौहान को इस पद पर 2015 में नियुक्त किया गया था। चौहान का कार्यकाल 3 मार्च 2017 को खत्म हो गया था। अपने 14 महीने के कार्यकाल के दौरान गजेंद्र चौहान सिर्फ एक बार ही संस्थान में किसी मीटिंग को अटेंड करने गए थे। उनके कैंपस से बाहर रहने को लेकर उनकी कड़ी निंदा हुई थी।
इसी दौरान मंत्रालय ने भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठ अधिकारी भूपेंद्र कैंथोला को एफटीआईआई का निदेशक बनाकर भेजा जिन्होंने संस्थान के हॉस्टल को अनाधिकृत रूप से काबिज छात्रों से मुक्त कराया। साथ ही संस्थान के फिल्मों से जुड़े कोर्स और नए पाठ्यक्रमों को गजेंद्र चौहान के साथ मिलकर लागू कराया।
वैसे, सरकारी खेमे से लगातार इस बात के संकेत मिल रहे थे कि नए अध्यक्ष के लिए फिल्म जगत की हस्तियों में से ही किसी को चुना जाएगा। गजेंद्र चौहान का कार्यकाल मार्च में ही समाप्त हो जाने के बावजूद उनके दूसरे कार्यकाल के लिए किसी तरह का आदेश अभी तक जारी नहीं हुआ था। इससे यह स्पष्ट हो गया था कि सरकार ने नए अध्यक्ष की तलाश शुरू कर दी है। अंततः यह तलाश अनुपम खेर के रूप में समाप्त हुई।