सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
यूपी के विभिन्न जिलों से हजारों की तादात में आई आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों पर पिछले सोमवार और मंगलवार दोनों दिन पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज किया था, इस दौरान दर्जनों कार्यकत्रियां चोटिल हो गईं थीं।
पुलिस ने करीब 4 हजार आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की थी। लेकिन महिलाओं ने हिम्मत नहीं हारी। आज फिर पूरे प्रदेश से हजारों की संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां चारबाग रेलवे स्टेशन के बाहर इकठ्ठा हुईं। यहां से सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने पैदल जुलूस निकालकर फिर सरकार को अपनी ताकत दिखाई।
जुलूस निकालकर महिलाओं ने लक्ष्मण मेला मैदान में धरना देकर अपनी मांगों से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन के अधिकारियों को सौंपा और अपनी मांग पूरी करने की सरकार से गुहार लगायी।
संगठन की प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्या के मुताबिक, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और सहायिकाएं काफी दिनों से अपनी मांगों को लेकर वेतन संघर्षरत हैं, फिर भी इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि कार्यकत्रियों को कम से कम 18 हजार और सहायिकाओं को 9 हजार रुपए मानदेय दिया जाए।
मौर्या ने कहा कि बिहार की तर्ज पर कार्यकत्रियों और मातृ समिति के खातों में पोषाहार का धन भेजा जाए, जिससे पौष्टिक खाद्य सामग्री का वितरण किया जा सके। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को योग्यता एवं वरीयता के आधार पर शत प्रतिशत मुख्य सेविका के पद पर प्रमोशन भी दिया जाए।
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में जिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं का मानदेय रुका है। उनका भुगतान जल्द से जल्द करवाया जाए। उनका कहना है कि यदि सरकार उनकी कोई भी बात नही सुनेगी तो हम सभी लोग इसी तरह आंदोलन करते रहेगें।