शिखा पाण्डेय,
दलित वोटों की चुनावी खींचा-तानी में अब केंद्र सरकार के राज्य मंत्री रामदास अठावले ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर हमला किया है। अठावले ने मायावती पर आरोप लगते हुए कहा है कि मायावती स्वयं बाबा साहेब आंबेडकर के आदर्शों को नहीं मानतीं। वे केवल आंबेडकर के नाम पर राजनीति करती हैं।
आठवले ने सीधे सवाल उठाया कि आंबेडकर के नाम पर राजनीति करने वाली हिन्दू धर्मी मायावती ने अभी तक खुद बौद्ध धर्म क्यों नहीं अपनाया? यही नहीं उन्होंने साफतौर पर कहा कि दलितों के हितों से मायावती को कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि दलितों को बौद्ध धर्म अपना लेना चाहिए।
दलित वोटों पर गरमाई इस राजनीती में एक ओर बीएसपी बीजेपी को दलित विरोधी साबित करने में लगी है। वहीं दूसरी और बीजेपी अपनी छवि सुधारने के लिए पूरा जोर लगा रही है। चर्चा है की आठवले को मंत्री बनाने के पीछे भी पार्टी की यही मंशा है। क्योंकि, यूपी में मायावती के सामने खड़ा करने के लिए पार्टी के पास कोई चेहरा ही नहीं है।
अठावले ने मायावती के नाम पर हुए गाली प्रकरण पर कहा कि मायावती को गाली देनेवाले दयाशंकर को निकालकर बीजेपी ने सही किया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मोदी दलित विरोधी नहीं हैं। कुछ नेताओं की वजह से यह विवाद हो रहा है एयर लोगों में गलत धारणा फैलाई जा रही है।