अनुज हनुमत | Navpravah.com
इविवि में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों में से एक छात्र ने कल प्रदर्शन के दूसरे दिन आत्मदाह का प्रयास किया। कुलपति कार्यालय पर अपनी माँगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्र मांगे पूरी न किये जाने से नाराज थे। जिससे बाद स्नातक के छात्र मोहम्मद जाबिर रजा ‘इलाहाबादी’ ने खुद को आग के हवाले कर दिया। मौके पर मौजूद छात्रों और पुलिस ने छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया।
जानकारी के मुताबिक एसआरएन के डॉक्टरों ने छात्र की स्थिति गंभीर होने के कारण इलाज के लिए दिल्ली रिफर कर दिया है। डॉक्टरों के अनुसार छात्र का ऊपरी हिस्सा काफी झुलस चुका है। आत्मदाह का प्रयास करने वाले छात्र जाबिर का कहना है कि उसने यह कदम छात्रहित में उठाया है।
आपको बता दें कि अपनी चार प्रमुख मांगो के साथ पिछले कई दिन से लगातार छात्र संघ के नेता सहित तमाम छात्र संगठन विवि प्रशासन के खिलाफ लामबंद थे और नाराज छात्र नेता विवि के ही स्टाफ बीएन सिंह को हटाने की मांग कर रहे हैं और साथ में उनकी मांग है कि विवि की प्रवेश परीक्षाओं में ऑफलाइन के माध्यम को हटाया न जाये।
इन चार प्रमुख मांगो में पहली मांग वर्तमान प्रवेश समिति को तत्काल भंग करके नई समिति का गठन हो, दूसरी मांग अस्थाई रजिस्ट्रार व वित्त अधिकारी को तत्काल पदमुक्त करके इन पदों पर स्थाई नियुक्ति की जाये और तीसरी मांग-प्रवेश परीक्षा सत्र 2017-18 के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों विकल्प दिए जायें और चौथी मांग- स्नातक के छात्रों को भी पुस्तकालय से किताबें निर्गत की जाये।
कल की घटना के बाद छात्र संघ अध्यक्ष रोहित मिश्रा ने कहा कि यह बहुत दुःखद है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की आवाज दबाने के लिए लाठी चार्ज जैसी नीति अपना रहा है। उन्होंने कहा कि मो. जाबिर जैसे छात्र को आत्मदाह की कोशिश करनी पड़ी और आज वो जिंदगी और मौत से जूझ रहा है जिसके लिए विवि प्रशासन, सुरक्षाकर्मी और लाठीचार्ज का आदेश देने वाले अफसर जिम्मेदार हैं। आपको बता दें कि घटना के बाद कल छात्र संघ अध्यक्ष रोहित मिश्रा ने विवि प्रशासन, सुरक्षाकर्मियों और लाठीचार्ज का आदेश देने वाले अज्ञात अफसर के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
सूत्रों के मुताबिक कल की घटना के फौरन बाद केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री महेन्द्रनाथ पांडेय ने विश्वविद्यालय से उक्त घटना की रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों की मानें तो मंत्रालय अपने स्तर पर इस घटना की जल्द से जल्द जांच के आदेश भी दे सकता है। उधर घटना पर सूत्रों की मानें तो विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी घटना की रिपोर्ट तैयार कर रहा है और वीडियो फुटेज के साथ पूरी रिपोर्ट गृह मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजने की तैयारी की जा रही है। सूत्रों की मानें तो दोषी लोगों के खिलाफ प्रोक्टोरियल बोर्ड कार्यवाही भी कर सकता है । जानकारी के मुताबिक विवि प्रशासन, केंद्र से विवि परिसर में सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग करेगा।
बहरहाल इस घटना के बाद विवि प्रशासन और छात्र नेताओं के बीच तनातनी फिर बढ़ गई है और आने वाले दिनों में इस आंदोलन के उग्र रूप लेने की भी संभावना है!