शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को पेश किया गया। इस बजट में ममता बनर्जी सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है। राज्य सरकार ने नोटबंदी से प्रभावित हुए लोगों के लिए राहत देने का ऐलान किया है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने घोषणा की है कि जो लोग नोटबंदी से प्रभावित हुए हैं, सरकार उनकी आर्थिक रूप से मदद करेगी।
रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी को आर्थिक और राजनीतिक आपातकाल करार देते हुए मित्रा ने कहा कि जो लोग केंद्र सरकार के नोटबंदी से प्रभावित हुए हैं, उन्हें सरकार दूसरा बिजनस करने और अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए 50 हजार रुपए की मदद देगी। नए प्रस्ताव के मुताबिक सरकार ऐसे 50 हजार कामगारों की पहचान करेगी, जो कि राज्य और इसके बाहर छोटे उपक्रमों के साथ जुड़े हुए थे और नोट बंदी के कारण उन्हें अपनी नौकरी गंवानी पड़ी।
राज्य सरकार ने किसानों के लिए 100 करोड़ रुपए के विशेष फंड की भी घोषणा की है। अपने बजट भाषण में मित्रा ने कहा, “किसान लोन के लिए सहकारी बैंकों पर निर्भर हैं। नोटबंदी की वजह से सहकारी प्रणाली को नुकसान पहुंचा है। नोटबंदी की वजह से ही किसान समय पर खाद और बीज नहीं खरीद पाए।”
मित्रा ने कहा कि नोटबंदी की वजह से देश की आर्थिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इस फैसले की वजह से देश के विकास में कमी हुई है। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार के खुद के आंकड़ों के मुताबिक नोटबंदी की वजह से भारत का ग्रोथ रेट गिरकर 7.1 फीसदी रह गया है। लोगों की नौकरियां छिन गई हैं। इसकी वजह से राज्य की विकास दर भी गिरकर 9.27 फीसदी रह गई है।”