एनपी न्यूज़ नेटवर्क|Navpravah.com
बसपा नेता राजेश यादव हत्याकांड में नामजद आरोपी डॉ. मुकुल सिंह पर अब पुलिस का शक गहराता जा रहा है। पुलिस को मदद ना करने की वजह से उन पर शक और गहरा गया है।
इसी वजह से पुलिस अब उनका नार्को और लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की योजना बना रही है। पुलिस ने उनकी लाइसेंसी पिस्टल को भी कब्जे में लिया है। अब इस पिस्टल को फारेंसिंक लैब में भेजा जाएगा।
बसपा नेता राजेश यादव और डा. मुकुल दोनों दो अक्टूबर को साथ में ताराचंद छात्रावास गए थे, गोली लगने के बाद जख्मी हालत में बसपा नेता को डा. मुकुल के साथ हॉस्पिटल गए थे। वारदात के बाद पुलिस के पूछताछ होने से पहले ही वह भाग निकले। अब कई ऐसे प्वाइंट है, जिनको लेकर सवाल उठ रहे हैं। बसपा नेता राजेश यादव को किसने गोली मारी, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है।
डॉ. मुकुल से असलियत का पता लगाने के लिए पुलिस उनका नार्को और लाई डिटेक्टर टेस्ट कराएगी। उससे पहले इसकी परमिशन पुलिस कोर्ट से लेगी। सीसीटीवी फुटेज की मदद से आठ संदिग्धों में जग्गा और आशु को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया, “दोनों युवकों से पूछताछ के बाद पता चला कि बसपा नेता राजेश और डॉ. मुकुल छात्रावास में जाकर गाली दे रहे थे। उस वक्त जग्गा, आशु और सचिन समेत आठ लडक़े पोस्टर चस्पा कर रहे थे। गाली की बात सुनकर सभी वहां पहुंच गए, इस दौरान उनके बीच नोकझोंक हुई। राजेश ने पहले गोली चलाई तो इधर से छात्रों ने फायरिंग व पथराव शुरू कर दिया। जग्गा ने एक छात्र नेता पर गोली चलाने का आरोप लगाया है।