एनपी न्यूज़ डेस्क|Navpravah.com
दिल्ली में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप नियंत्रण की सीमा से बाहर होता हुआ दिख रहा है। पिछले एक महीने के भीतर स्लो स्पीड में डेंगू राजधानी के स्वास्थ्य पर हावी हो गया है। इस वर्ष की शुरुआत से अभी तक का आलम यह है कि डेंगू ने राजधानी में साढ़े चार हजार से अधिक मरीजों को अपना शिकार बना लिया है।
सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक अभी तक डेंगू से दो मरीजों की मौत हुई है। सोमवार को एमसीडी के रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में पिछले एक सप्ताह के दौरान डेंगू के 680 मामले सामने आए हैं, इसमें दिल्ली के 345 मरीज शामिल हैं।
जबकि एक जनवरी से 7 अक्तूबर तक की स्थिति को देखे तो दिल्ली में अबतक डेंगू की वजह से 4545 बीमार मरीजों को पंजीकृत किया जा चुका है। अगर बाहरी राज्यों के मरीजों को छोड़ दें तो दिल्ली के 2152 मरीजों को डेंगू ने अपना शिकार बनाया है।
सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए जूझ रहे मरीजों को दिल्ली सरकार ने बड़ी राहत दी है। सोमवार को सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया कि अब प्रत्येक दिन ओपीडी छह घंटे तक संचालित होगी और पंजीकरण का समय भी पहले के मुकाबले बढ़ा दिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने इसे लंबी वेटिंग को कम करने की दिशा में पहल करार दिया है। सभी अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों और निदेशकों को ओपीडी के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर दोपहर एक बजे तक खोले रखने के निर्देश भी दिए हैं।