उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव होने तक उत्तरप्रदेश में क्या क्या नए घमासान देखने को मिलेंगे, उनकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। इसी चुनावी जद्दो जिहत के तहत एक नया विवाद सामने आया है। सत्ताधारी समाजवादी पार्टी ने यूपी के राशन कार्ड्स को पूर्णतः समाजवादी रंग में रंग लिया है। राशन कार्ड्स पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तस्वीर छपी है। राशन कार्ड पर अखिलेश यादव की तस्वीर देखकर एक ओर विपक्ष का पारा सातवें आसमान पर है तो दूसरी और अखिलेश का कहना है कि अगर काम किया है तो प्रचार करेंगे ही।
समाजवादी पार्टी द्वारा उठाये गए इस कदम की विपक्ष ने जाम कर आलोचना की है। भाजपा ने हमला करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी सरकारी पैसे का जम कर दुरुपयोग कर रही है। भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा व्यंग करते हुए कहा , “सपा ने केवल यह रणनीति अपना ली है कि ‘मुफ्त का चन्दन घिस मेरे नंदन’। इस प्रकार अपना कारनामा बयान करना बेहद शर्मनाक है।”
कांग्रेस ने भी सपा को तो अपने निशाने पर लिया ही, भाजपा को भी इसमें लपेट लिया। कांग्रेस नेता शहज़ाद पूनावाला ने कहा कि सपा ने सरकारी खर्चे पर अपना प्रचार करने का गुर नरेंद्र मोदी से सीखा है। उन्होंने कहा कि यदि अखिलेश मोदी का इतना ज्यादा अनुसरण करेंगे तो मोदी की ही तरह साम्प्रदायिक राजनीती भी शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि जो काम करता है, उसे प्रचार नहीं करना पड़ता।
इन तमाम आलोचनाओं का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा, ” राशन कार्ड पर मेरी तस्वीर छपी है, एम्बुलेंस पर मेरी तस्वीर छपी है, बैग्स पर मेरी तस्वीर छपी है, यह देखकर विपक्ष को कष्ट हो रहा है। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। हमने काम किया है, तो प्रचार करेंगे ही।” उन्होंने कहा कि जनता के हित में जो भी योजनाएं लागू हुई हैं, जनता को जानना ज़रूरी है कि आखिर वह सब किसने किया है।