अमर सिंह ने कहा,” मैं मुलायम सिंह का समर्थन करता हूं और अखिलेश के साथ इसलिए हूं, क्योंकि वह मुलायम सिंह के बेटे हैं। इस नाते वह मुझे गाली भी देंगे तो मैं उसके साथ रहूंगा, लेकिन मैं मुख्यमंत्री अखिलेश के साथ नहीं हूं।”
अमर सिंह ने कहा कि जब शिवपाल यादव को हटाकर अखिलेश यादव को यूपी सपा का अध्यक्ष बनाया गया था, तब भी दोषी मुझे ठहराया गया था, लेकिन फिर भी शिवपाल यादव ने पार्टी कार्यालय में नये अध्यक्ष का सहर्ष स्वागत किया था।
अखिलेश के दलाल कहे जाने पर दुखी होकर अमर सिंह ने कहा कि आज भी मैं उनके शादी के एलबम को देखकर रो पड़ता हूं। उन्होंने कहा,” क्या अखिलेश इस बात को झुठला सकते हैं कि जब पूरा परिवार उनकी शादी के खिलाफ था तो मैंने उसकी शादी करायी थी? उनकी शादी के एलबम की कोई ऐसी तसवीर नहीं है, जिसमें यह दलाल नहीं है।” उन्होंने कहा कि आज जो जमात अखिलेश के साथ है, वह उनकी कुर्सी के कारण है।
उन्होंने कहा कि मैं आशु मलिक को नहीं जानता हूं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव द्वारा औरंगज़ेब कहे जाने वाले बयान से भी उनका कोई सरोकार नहीं है।
उन्होंने भावुक होकर कहा,” मेरी दो जवान बेटियां हैं, लेकिन रामगोपाल यादव की धमकी के बाद मैं डरा हुआ महसूस कर रहा हूं। अगर मुझे कुछ होता है, तो इसके लिए रामगोपाल ज़िम्मेदार होंगे।”
गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने सपा में मचे घमासान के लिए अमर सिंह को जिम्मेदार ठहराया था और उन पर दलाली करने का आरोप लगाते हुए उन्हें औरंगजेब तक कह डाला था। वहीं रामगोपाल ने अमर सिंह को खोटा सिक्का करार दिया था और यह कहा था कि उनके आने से मुझे (असली सिक्के) को बाजार से बाहर होना पड़ा है।