सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
#MeToo कैंपेन के बाद विदेश राज्य मंत्री पद से एमजे अकबर ने इस्तीफा दे दिया था, वहीं आज उन्होंने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया है।
कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराते हुए अकबर ने अपने पत्रकारिता करियर, लेखक होने के बारे में बताया, अकबर ने कहा कि, बतौर पत्रकार मेरा करियर काफी लंबा रहा है, मैं काफी छोटी उम्र में ही संडे गार्जियन का एडिटर बन गया था।
बता दें कि अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया है, अकबर ने कहा कि, प्रिया रमानि के खिलाफ मैंने मानहानि का केस किया है, उन्होंने मेरे ऊपर आरोप लगाते हुए कई ट्वीट किए थे।
अकबर ने कोर्ट को बताया कि, उन्होंने रमानी द्वारा 10 और 13 अक्टूबर को किए गए ट्वीट पर मानहानि का केस किया है, इन ट्वीट्स को कई अखबारों और वेबसाइटों ने छापा, उन्होंने कहा कि उनके द्वारा जो आर्टिकल लिखा गया था, उसमें मेरा नाम नहीं है।
दरअसल, विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर कई अखबारों के संपादक रहे हैं, उनके ऊपर कई महिला पत्रकारों ने #MeToo कैंपेन के तहत आरोप लगाए थे. अकबर पर पहला आरोप प्रिया रमानी नाम की वरिष्ठ पत्रकार ने लगाया था जिसमें उन्होंने एक होटल के कमरे में इंटरव्यू के दौरान की अपनी कहानी बयां की थी।