पद्मावती के बाद अब फिल्म ‘गेम ऑफ अयोध्या’ पर गिरी ग़ाज़

game of ayodhya
सौम्या केसरवानी । Navpravah.com 
फिल्म पद्मावती के विवाद के बाद, अब फिल्म ‘गेम ऑफ अयोध्या’ विवाद में आ गया है। इस फिल्म के डायरेक्टर सुनील सिंह के घर पर हमला हुआ है। रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोगी संगठन हिंदू जागरण मंच ने अलीगढ़ सिविल लाइंस इलाके में उनके घर के बाहर फिल्म को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
एबीवीपी के कार्यकर्ता अमित गोस्वामी ने ‘गेम ऑफ अयोध्या’ फिल्म के निर्देशक का हाथ काटने वाले को 1 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा कर की है। फिल्म लोक दल के पूर्व एमएलसी सुनील सिंह ने बनाई है। संगठन ने इस दौरान उनके घर की दीवारों पर कालिख पोती। घटना के दौरान तकरीबन 250 पुलिसकर्मी वहां थे, मगर किसी ने भी संगठन के कार्यकर्ताओं को ये सब करने से नहीं रोका।
वहीं, डायरेक्टर ने इस मामले में राज्य और केंद्र सरकार से सुरक्षा मांगी है, यह फिल्म इसी आठ दिसंबर को रिलीज होनी है, जिसकी कहानी उत्तर प्रदेश के अयोध्या में विवादित धर्मस्थल के विध्वंस के दौरान की है। फिल्म में एक हिंदू लड़के और मुस्लिम लड़की के बीच की प्रेम कहानी दिखाई गई है। वहीं, फिल्म को लेकर हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने फिल्म का ट्रेलर देखा है, फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है।
संगठन के अमित गोस्वामी का कहना है कि सुनील सिंह सस्ती लोकप्रियता के लिए यह सब कर रहे हैं, फिल्म में गलत दृश्य दिखाए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोई मामला जब तक न्यायालय में विचाराधीन है, तो आप किसी को गलत कैसे ठहरा सकते हैं। अलीगढ़ जिले के एसएसपी राजेश पाण्डेय ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहले से ही फिल्म रिलीज के दौरान जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। फिल्म ‘गेम ऑफ अयोध्या’ लिब्रहान कमीशन की रिपोर्ट पर आधारित है।
फिल्म में अयोध्या विवाद से संबंधित साल 1992 के विडियो फुटेज और दस्तावेजों का भी प्रयोग किया गया है। 1992 में हुए दंगों से पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी समेत तमाम उस दौर के हिंदूवादी नेताओं के भाषण के विडियो फुटेज और तस्वीर भी फिल्म में दिखाई गयी है।

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