अमित द्विवेदी,
पाकिस्तान की आतंकियों के खिआफ कार्रवाई करने का खोखला दावा एक बार सबके सामने आ गया है। आतंकियों को भगाने और नष्ट करने के बहाने पाकिस्तानी आर्मी ने, अफगानिस्तान से सटे सीमा पर रहने वाले हज़ारों पश्तूनों पर हवाई हमला करके खोस्त भागने पर मजबूर कर दिया।
पश्तूनों ने अफगानिस्तान सरकार से खोस्त में शरण मांगी है। आतंकियों के खिलाफ उत्तरी वजीरिस्तान में पाक सेना के अभियान जर्ब-ए-अज्ब में हजारों पश्तून बेघर हो चुके हैं। पश्तूनों ने अपना दर्द बयां करते हर स्पष्ट किया कि उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। पाकिस्तानी आर्मी उन्हें ख़त्म करना चाहती है।
अफगानिस्तान पहुंचे एक शरणार्थी ने बताया कि पाकिस्तान पिछले 40 साल से उन्हें निशाना बना रहा है। आतंकवादियों को निशाना बनाने के बहाने उन्हें मिटाया जा रहा है। शरणार्थी ने कहा कि सबको पता है कि आतंकी इस्लामाबाद और कराची में सुरक्षित हैं, लेकिन हमपर ज़बरदस्ती हमले किए जा रहे हैं।
एक और पीड़ित ने बताया कि पाकिस्तान किसी ना किसी बहाने हमें बर्बाद करना चाहता है। मैंने सीमा पार करने में किन मुश्किलों का सामना किया, उसे बयां नहीं कर सकता। तालिबान को मिटाने के नाम पर इनकी राह में जो भी आ रहा है उसे से मिटाते चले आ रहे हैं।