झारखंड के जमशेदपुर से एक शर्मनाक घटना सामने आ रही है, जहां रक्षक ही भक्षक का रूप ले रहें हैं। आम जनता की मदद करने वाली पुलिस खुद एक दिव्यांग को सड़क पर घसीटते नज़र आई है। जुबली पार्क के पास सड़क पर बैठे मानसिक एवं शारीरिक रूप से विक्षिप्त एक व्यक्ति को कुछ पुलिसकर्मी मार-मारकर सड़क से हटाने की कवायद में लगे हैं।
इस मामले में जब पुलिसकर्मी से पूछताछ की गई, तो उन्होंने इस पिटाई से इंकार कर दिया। एएसआई ए.प्रसाद ने बताया कि मुझे जानकारी मिली थी कि मानसिक रूप से विक्षिप्त एक शख्स वहां कारों पर पत्थर फेंक रहा है और हमने उस शख्स को डंडे से नहीं पीटा, बल्कि उसे केवल रास्ते से हटाया, ताकि लोगों को परेशानी न हो।
बता दें कि पिछले साल उड़ीसा के बालासोर में रेलवे पुलिस ने एक दिव्यांग को बुरी तरह से पीटा था। इस शख्स पर मोबाइल चुराने का आरोप था। उस दौरान इस घटना का वीडियो भी धड़ल्ले से वायरल हुआ था। इस वीडियो में दो पुलिस कर्मी एक दिव्यांग को पीटते दिखाई दे रहे थे। वीडियो में रेलवे पुलिस कर्मियों ने दिव्यांग के मुंह पर भी लात भी मारीं थीं।
इतना ही नहीं, कुछ ऐसा ही वाकया साल 2015 में राजस्थान के उदयपुर में हुआ था। यहां एक दिव्यांग युवक को पुलिस ने पीटा था। पुलिस ने मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक को पीट-पीटकर सड़क से हटाया था। इस दौरान जब विकलांग युवक ने पुलिस का विरोध किया, तो पुलिस और गुस्से में आ गई, जिसके बाद उस दिव्यांग को पुलिस द्वारा खूब पीटा गया।