राजेश सोनी |Navpravah.com
आम आदमी पार्टी के 20 से ज्यादा विधायक के ऊपर लाभ के पद का फायदा उठाने का मामला सामने आया है।
सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के अनुसार, आम आदमी पार्टी के 20 विधायक की छुट्टी तय है। वहीं आम आदमी पार्टी ने मुख्य चुनाव आयुक्त पर प्रधानमंत्री मोदी को खुश करने का आरोप लगाया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने इन विधायकों की लिस्ट राष्ट्रपति के पास सिफारिस के लिए भेजी है। बता दें कि 23 जनवरी को मुख्य चुनाव आयुक्त रिटायर होंगे।
आप के विधायक सौरव भारद्वाज ने कहा कि ‘आप’ को अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया। उन्होंने आगे कहा कि हमारे पार्टी के किसी विधायक ने न गाड़ी लिया, न वेतन लिया और न कभी सरकारी सुविधाओं का फायदा उठाया। उन्होंने इसे जन प्रतिनिधियों के खिलाफ साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्य आयुक्त ने रिटायरमेंट से पहले ऐसा फैसला क्यों सुनाया?
अब इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस और भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर सीएम केजरीवाल से इस्तीफा मांगा है। वहीं केजरीवाल और उनके सहयोगियों ने इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय का रुख करने का फैसला किया है। आम आदमी पार्टी के तीन विधायक फिलहाल चुनाव आयोग कार्यालय पहुँच चुके हैं।वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आम आदमी पार्टी को सर्वोत्तम भ्रष्ट पार्टी करार दिया है। अन्ना हजारे के आन्दोलन से जन्मी आम आदमी पार्टी, भ्रष्टाचार के मुद्दे को उछालकर सत्ता पर काबिज हुई थी, आज वही पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त है।
इस मामले को लेकर कोर्ट में याचिका कर्ता सौरभ पटेल ने याचिका दायर की थी। उन्होंने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि लाभ का फायदा उठाना, सिर्फ वेतन लेना या सरकारी सुविधाओं का फायदा उठाना नहीं होता है। उन्होंने आप के कई विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने निजी ठेकेदारों का सरकारी टेंडर पास कराने में फायदा पहुंचाया है।