अमित द्विवेदी,
पाकिस्तान पर चारों तरफ से शिकंजा कसता ही जा रहा है। ताज़ा जानकारी के मुताबिक़, 20 अक्टूबर से मुंबई में होने वाले मुम्बई फिल्म फेस्टिवल में पाकिस्तानी क्लासिक फिल्म “जागो हुआ सवेरा” नहीं दिखाई जाएगी। फेस्टिवल के आयोजकों ने यह फैसला एक एनजीओ के भारी विरोध के बाद किया है।
उरी हमले के बाद से ही देश में पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ तेज़ विरोध हो रहा है। उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हुए। इस हमले के बाद बॉलीवुड भी दो धड़े में बंटा नज़र आया है। एक कह रहा है कि इनका खुला बहिष्कार किया जाए, तो दूसरा इसे गलत मान रहा है। करण जौहर, स्वरा भास्कर और अनुराग कश्यप जैसे लोग पाकिस्तानी कलाकारों के पक्ष में खड़े नज़र आ रहे हैं।
फिल्म “जागो हुआ सवेरा” के निर्देशक एजे कारदार थे। यह फिल्म 1958 में बनी थी, जिसका निर्माण अविभाजित पाकिस्तान (जब बांग्लादेश आजाद नहीं हुआ था) में हुआ था। फिल्म को 1960 के ऑस्कर अवार्ड में सर्वेश्रेष्ठ विदेशी भाषा वर्ग श्रेणी में नामांकित किया गया था। मामी फेस्टिवल में इस फिल्म को ‘रिस्टोर्ड क्लासिक’ वर्ग में दिखाया जाना था। फिल्म की शूटिंग ढाका में हुई थी। ‘रिस्टोर्ड क्लासिक’ वर्ग का संचालन फिल्म अभिनेता आमिर खान की पत्नी किरण राव करने वाली हैं।
“जाओ हुआ सवेरा” में बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) के मछुवारों की कहानी है। बांग्ला के प्रसिद्ध कथाकार मानिक बंदोपाध्याय की कहानी पर आधारित फिल्म की पटकथा और गीत मशहूर शायर फ़ैज अहमद फ़ैज ने लिखे थे। फिल्म में मुख्य भूमिका खान अताउर रहमान और तृप्ति मित्रा ने निभाई थी।
27 अक्टूबर तक चलने वाले मामी फिल्म फेस्टिवल में 54 देशों की 180 से अधिक फिल्में दिखाई जाएंगी।