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किंगफिशर के मालिक विजय माल्या को देश से बाहर जाने से रोकने के लिए 13 बड़े बैंको की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का दिन है। इस बीच यह सनसनी फ़ैल गई है कि शायद विजय माल्या कुछ दिन पहले ही देश छोड़कर जा चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट में बैंकों द्वारा दाखिल अर्जी में यह दावा किया गया है कि विजय माल्या पर कई बैंको का लगभग 9 हजार करोड़ का बकाया है, इसलिए उन्हें देश के बाहर जाने की अनुमति कतई नहीं मिलनी चाहिए।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी इन बैंको की अगुवाई कर रहे हैं, जिससे यह पता चलता है कि सरकार भी माल्या के खिलाफ कार्रवाई के मूड में है। रोहतगी ने मंगलवार को चीफ जस्टीस टीएस ठाकुर और यूयू ललित की पीठ के सामने यह मुद्दा उठाते हुए उनके पासपोर्ट को जब्त करने की बात कही थी। उन्होंने बताया कि माल्या के इसी फैसले की वजह से बैंकों ने कर्ज वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) में गुहार लगाई थी लेकिन डीआरटी ने पासपोर्ट जब्त करने के आदेश देने से इनकार कर दिया था।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने ही इस बात की आशंका भी जताई है कि वो कुछ दिन पहले ही देश छोड़कर जा चुके हैं। हालांकि इस विषय में माल्या की प्रवक्ता का कहना है कि उन्हें इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं है कि वे कहां गए हैं क्योंकि माल्या से उनकी बात केवल ईमेल के माध्यम से ही होती है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही से इस बात की संभावना जताई जा रही थी कि विजय माल्या देश छोड़कर लंदन जा सकते हैं। माल्या ने हाल ही में खुद यह इच्छा जाहिर की थी कि वह लंदन में रहने जा सकते हैं। इसीलिए बैंकों ने यह अर्जी सुप्रीम कोर्ट में दर्ज की थी। माल्या का कारोबार लंदन तक फैला हुआ है। लंदन में उनके होटल भी हैं।