पूर्व सैनिक की मौत पर राजनीति करने पहुंचे राहुल और सिसोदिया को रोका गया, तो मचा दिया बवाल!

शिखा पाण्डेय,
आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुदकुशी करने वाले पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल के परिवार से मिलने राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे लेकिन उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया। पूर्व सैनिक के परिवार से मिलने न दिए जाने से राहुल बेहद नाराज हो गये। पीड़ित परिवार से मिलने अस्पताल पहुंचे दिल्ली के उपमुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया को हिरासत में ले लिया गया।

जब राहुल अस्पताल पहुँचे तब पहले खबर आई कि पीड़ित परिवार राहुल गांधी से मिलने गेट के बाहर आ रहा है, जिसके बाद राहुल गेट नंबर पांच पर खड़े रहे। काफी देर इंतजार करने के बाद राहुल अपनी गाड़ी में बैठकर वापस चले गए। उन्होंने पीड़ित परिवार से मिल न पाने पर अपना रोष जताते हुए कहा कि ये कैसा देश बनाकर रख दिया है जहां मैं पीडि़त परिवार से मिल भी नहीं सकता! यह नया हिंदुस्तान बन रहा है।

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सुबह पूर्वसैनिक की खुदकुशी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि उनके राज में किसान और जवान खुदकुशी कर रहे हैं। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि मोदी ‘एक रैंक, एक पेंशन’ (ओआरओपी) योजना के मुद्दे पर ‘‘झूठ’ बोल रहे हैं कि योजना लागू की गई है और कहा कि अगर केंद्र सरकार योजना लागू कर रही होती तो पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल ने खुदकुशी नहीं की होती।

सिसोदिया के हिरासत में लिए जाने की खबर के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया,” अगर अपने राज्य में किसी की मौत पर उप मुख्यमंत्री परिवार को सांत्वना देने जाए तो क्या उसे गिरफ़्तार किया जाएगा? गुंडागर्दी की हद है मोदी जी।” केजरीवाल ने अफसोस जताया कि यह बेहद दुखद है कि जवानों को सीमा पर बाहरी दुश्मनों से, और देश के अंदर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ता है। केजरीवाल ने कहा कि समूचे राष्ट्र को उनके अधिकार के पक्ष में खड़ा होना चाहिए।

दूसरी ओर हिरासत में लिये जाने के बाद सिसादिया ने ट्वीट किया, ” एक पूर्व सैनिक केंद्र सरकार की हरकतों की वजह से आत्महत्या कर लेता है और उसके परिवार से बात करने पर मुझे हिरासत में लिया जाता है,हद है! सैनिकों की बहादुरी पर सीना ठोककर अपनी वाहवाही में लगे प्रधानमंत्री जी! आज एक पूर्व सैनिक ने आत्महत्या कर ली है। इसकी जवाबदेही किसकी है?”

उल्लेखनीय है कि 70 वर्षीय ग्रेवाल ने ओआरओपी के मुद्दे पर कल जहर खा कर खुदकुशी कर ली थी। सरकार की लागू की गई इस योजना से वे संतुष्ट नहीं थे। हालांकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और वित्त मंत्री अरुण जेटली वन रैंक वन पेंशन लागू करने के बारे में कई बार घोषणा कर चुके हैं।

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