- शनिवार को क़रीब १२ लोगों का होगा वैक्सिनेशन।
- अब तक 3500 लोग करा चुके हैं रजिस्ट्रेशन।
- सुरक्षा की दृष्टि से ट्रायल का पहला चरण बेहद महत्वपूर्ण।
न्यूज़ डेस्क | नवप्रवाह न्यूज़ नेट्वर्क
कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर एक अच्छी ख़बर सामने आई है। कोरोना वैक्सीन का एम्स में ट्रायल शुरू हो चुका है। तीस साल के एक व्यक्ति को कोरोना का वैक्सीन लगाया गया। इस शख़्स को वैक्सीन से किसी तरह की कोई समस्या नहीं हुई, जिसके बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
एम्स में ट्रायल के प्रिंसिपल इनवेस्टिगेटर डॉक्टर संजय राय ने कहा कि ट्रायल शुरू हो गया है अब धीरे-धीरे ट्रायल में वॉलंटियर्स की संख्या बढ़ाई जाएगी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक़, कुल १२ वॉलंटियर्स को मेडिकल फ़िट्नेस मिल चुका है, इनमें से दो को शुक्रवार को बुलाया गया था, लेकिन किसी वजह से मात्र एक का ही वैक्सिनेशन किया जा सका है।
संजय राय ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से पहला चरण बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए हम आवश्यक सभी एहतियात बरत रहे हैं ताकि किसी तरह की परेशानी सामने न आए। पहले वालंटियर को हमने इसी वजह से दो घंटे अपनी देख रेख में रखा, जब उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं हुई और फ़िट लगे तब उन्हें डिस्चार्ज किया गया।
चिकित्सक संजय राय ने बताया कि वॉलंटियर्स को हमने एक डायरी दी है, जिसमें उन्हें वो सारी बातें लिखेंगे जो उनके साथ घटेंगी। अगर उन्हें किसी तरह की दिक्कत होती है तो वो उन्हें डायरी में नोट करना है। उन्होंने बताया कि हमारी टीम के लोग उन सभी के सम्पर्क में लगातार बने रहेंगे, जिन्हें वैक्सीन दिया गया होगा।
वैक्सीनेशन के बाद इसकी सेफ्टी की रिपोर्ट एथिक्स कमिटी को भेजी जाएगी। कमिटी के रिव्यू के बाद इस ट्रायल को आगे बढ़ाया जाएगा। इस वैक्सीन के फेज वन के ट्रायल में कुल 100 वॉलंटियर्स को शामिल किया जाना है और दो डोज का यह वैक्सीनेशन है। ऐसे में पहले फेज को पूरा होने में लगभग 15 से 20 दिन लग सकते हैं। यहां बता दें कि एम्स में चल रहे इस ट्रायल में शामिल होने के लिए अब तक 3500 लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।