सुनील यादव | Navpravah.com
जॉन हॉपकिंस ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने दो टमाटर या तीन सेब रोज खाने वालों पर एक अध्ययन किया है। शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन में पाया कि फलों में सेब एक ऐसा फल है, जिनमें फेफड़ों को दुरुस्त करने वाले रसायन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होते हैं। इसलिए रोजाना 3 सेब खाने से फेफड़ों की एजिंग की समस्या को धीमा एवं 10 सालों के स्मोकिंग के दुष्प्रभाव को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है।
इस शोध के अनुसार स्मोकिंग करने वालों को होने वाली इन्क्योरेबल क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मनी डिसार्डर (सीओपीडी) जैसी गंभीर समस्या को भी फलों के सेवन से टाला जा सकता है। शोधकर्ता इस मामले में फलों के साथ-साथ टमाटर को भी बेहद फायदेमंद बताते हैं। अगर टमाटर प्राकृतिक और ताजा हो तो यह फेफड़ों की समस्या को दूर करने में लाभदायक साबित हो सकता है, पर अगर टमाटर प्रोटेस्टेड या स्टोर किया हुआ हो तो इसका कोई फायदा नहीं होगा।
शोधकर्ताओं ने इसप्रकार के शोध के लिए 650 व्यक्तियों की रोजाना डाइट एवं फेफड़ों के फंक्शन का अध्ययन किया। इस दौरान जो भी तथ्य सामने आये वो चौकाने वाले थे, जिसे ब्रिटेन की एक मैगज़ीन में प्रकाशित किया गया। इस शोध में जिन लोगों का पहले परिक्षण किया गया था, 10 साल बाद फिर उन्हीं लोगों का परिक्षण किया गया। जिसके बाद इन्होने पाया कि रोजाना सेब और टमाटर का सेवन करने वाले लोगों के फेफड़े आम लोगों से ज्यादा स्वस्थ हैं। जिन लोगों ने 10 वर्षों में सेब और टमाटर का सेवन किया, उनके फेफड़े स्वस्थ हो चुके थे और स्मोकिंग का दुष्प्रभाव पूरी तरह खत्म हो चुका था।