New Delhi। पाकिस्तान की शीर्ष भ्रष्टाचार निरोधक संस्था ने सोमवार को जेल में पहले से बंद चल रहे देश के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को भ्रष्टाचार एक अन्य मामले में भी गिरफ्तार कर लिया है। जरदारी पहले से ही करोड़ों के मनी लॉन्ड्रिंग केस में अपनी बहन के साथ एनबीए की हिरासत में हैं।
इस बार आसिफ अली जरदारी को पार्क लेन मामले में गिरफ्तार किया गया है जो लंदन में कथित संपत्तियों से जुड़ा है। एनएबी के अधिकारियों के मुताबिक, दोनों ने कथित फर्जी बैंक खातों के जरिए 15 करोड़ रुपए का लेन देन किया है।
साल 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के 11वें राष्ट्रपति रह चुके जरदारी ने फर्जी खातों से अपने संबंधों से इनकार किया है।उन्होंने कहा है कि विपक्षी नेताओं की छवि धूमिल करने के लिए सत्ताधारी पार्टी की ओर से बदनाम करने का अभियान चलाया जा रहा है। फर्जी बैंक खाता केस की जांच कर रहे एनएबी ने दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया था। यह मामला धन रखने और धन को पाकिस्तान से बाहर भेजने के लिए कथित फर्जी बैंक खातों के इस्तेमाल से जुड़ा है।
फर्जी बैंक खातों के केस में धनशोधन के पहलू को लेकर उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद एनएबी की ओर से की जा रही जांच के हिस्से के तौर पर जरदारी के खिलाफ इस मामले में कार्यवाही की जा रही है।