क्राइम डेस्क. जमीन दलाल समेत उसके भतीजे समेत 7 लोगों के खिलाफ महिला ने वराछा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। महिला का आरोप है कि जमीन दलाल ने उससे 1.50 करोड़ रुपए उधार लिए थे, जिसे लौटाने के नाम पर अपनी ऑफीस में बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने चाचा-भतीजे के गिरफ्तार कर लिया है।
शिकायतकर्ता महिला की 2008 में वराछा में रहने वाले जमीन दलाल सुभाषचंद्र मनुभाई शिरोया से पहचान हुई थी। उस वक्त महिला के पति ने 9 लाख नकद देकर एक फ्लैट खरीदा था। तब सुभाषचंद्र ने आयकर विभाग का भय बताते हुए कहा था कि नकद के बजाए लोन पर फ्लैट खरीदना चाहिए। बाद में सुभाषचंद्र ने व्यवसाय के लिए महिला से उधार रुपए की मांग की थी। महिला केपति ने अपने फ्लैट और ऑफीस के नाम पर रु. 40 लाख की लोन ली और उसकी रकम सुभाषचंद्र को उधार दी थी। सुभाषचंद्र इस उधार की रकम का भुगतान किश्तों करता रहा।
इस दौरान सुभाष ने कई किश्तों में महिला से रु.1.10 करोड़ उधार ले लिए। 15 किश्तें देने के बाद सुभाष ने एक दिन महिला को रुपए लौटाने के बहाने अपनी ऑफीस में बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया। सुभाष ने महिला को धमकी दी कि पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गई है और जिससे वह इस बारे में किसी से चर्चा न करे, वर्ना वह दुष्कर्म का वीडियो वायरल कर देगा। बाद में वीडियो वायरल करने की धमकी देकर सुभाष ने कई दफा महिला के साथ दुष्कर्म किया। सुभाष के बाद उसके भतीजे विशाल रमेश शिरोया भी महिला को ब्लैकमेइल करने लगा। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर विशाल शिरोया ने भी महिला के साथ दुष्कर्म किया।
सुभाष ने महिला और उसके पति से उधार लिए रुपए तो नहीं लौटाए बल्कि उसके साथ बलात्कार करता रहा। सुभाष और विशाल से परेशान महिला ने आखिरकर वराछा पुलिस थाने में सुभाष शिरोया, विशाल शिरोया समेत उसकी मदद करने वाले अल्पेश सवजी शिरोया, निखिल राजु रिबडिया, विपुल पटोडिया, हितेश जमन तलाविया और वकील अरविंद सिद्धपुरा के खिलाफ वराछा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी। हांलाकि मामला दर्ज होने के बाद चाचा-भतीजा फरार हो गए और बाद में अग्रिम जमानत लेने के बाद वराछा पुलिस थाने में हाजिर हो गए।