नई दिल्ली।। मध्य प्रदेश में चल रहे सत्ता के सियासी संग्राम में कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि कमलनाथ सरकार अल्पमत की सरकार है। ये गवर्नर ने पहली चिट्ठी में ही लिख दिया था। कोरोना क्या केवल भोपाल के लिए आ गया है, विश्व की सांसों को बाधित करने वाले कोरोना में सरकार अपनी सांसें ढूंढ रही है। कमलनाथ सरकार बचेगी नहीं। उन्होंने आगे कहा कि, मध्य प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी और सेक्रेटरी जो आदेश निकाल रहे हैं, वो ऐसा नहीं करें, सरकारें तो आती-जाती रहती हैं। सरकार अपना बहुमत खो चुकी है, ये कुंहासा जल्द छंटना चाहिए। ये करोना वायरस की गाइडलाइन है। इसमें ऐसा नहीं है, जो कहा गया है वह गलत है।
मध्य प्रदेश विधानसभा में कमलनाथ सरकार का मंगलवार को फ्लोर टेस्ट नहीं होगा। राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से 17 मार्च को फ्लोर टेस्ट कर बहुमत साबित करने के लिए कहा था, लेकिन स्पीकर कोरोना वायरस के ख़तरे की वजह से 16 मार्च को विधानसभा की कार्यवाही 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर चुके हैं। ऐसे में विधानसथा में फ्लोर टेस्ट को लेकर कोई तैयारी भी नहीं की गई है न ही मंगलवार के लिए विधानसभा की कार्यसूची जारी हुई है। उधर, मुख्यमंत्री कमलनाथ भी कह चुके हैं कि अगर भाजपा को फ्लोर टेस्ट कराना है तो सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए, हम बहुमत साबित करने के लिए तैयार हैं।
इससे पहले राज्यपाल लालजी टंडन ने कमलनाथ सरकार को 17 मार्च को फ्लोर टेस्ट कराने के लिए कहा था। राज्यपाल ने सोमवार शाम CM कमलनाथ को भेजी चिट्ठी में लिखा था कि सरकार 17 मार्च को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करवाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो माना जाएगा कि सरकार को सदन में बहुमत हासिल नहीं है। उधर, सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को भाजपा की याचिका पर सुनवाई है, जिसमें 48 घंटे के अंदर कमलनाथ सरकार के फ्लोर टेस्ट की मांग की गई है।