हेल्थ डेस्क. एमपी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के लिए एक आदेश जारी किया है जिसमें नसबंदी का लक्ष्य पूरा नहीं होने पर नाराजगी जताई गई है और कम से कम एक नसबंदी करवाने की हिदायत दी गई है. एक आदेशनसबंदी की असंतोषजनक प्रगति को लेकर जारी किया गया है यह आदेश मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एक आदेश से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की नींद उड़ी हुई है. यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने नसबंदी को लेकर एक अजीबोगरीब फरमान जारी किया है. सरकारी आदेश से स्वास्थ्यकर्मियों के अंदर एक डर समा गया है. एनएचएम ने एमपी के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को आदेश दिया है कि कम से कम एक सदस्य की नसबंदी कराओ वरना उनको VRS दे दिया जाएगा.
साल 2019-20 में पुरुष नसबंदी में आई कमी को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, मध्य प्रदेश की मिशन संचालक छवि भारद्वाज द्वारा जारी यह आदेश राज्य के सभी संभागीय आयुक्तों, जिला अधिकारियों, सीएमओ और अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को भेजा गया है. आदेश में पुरुष नसबंदी की गंभीरता से समीक्षा करने की अपील भी की गई है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जारी इस आदेश में कहा गया है कि 20 फरवरी 2020 तक अपने काम में सुधार न कर पाने वाले एमपीडब्ल्यू के वीआरएस की लिस्ट जिला कलेक्टर के जरिए एनएचएम के मिशन संचालक के पास प्रेषित कि जाये. उसके बाद स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही करने का आदेश दिया जा सकता है.