सुनील यादव | Navpravah.com
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच कल केपटाउन के न्यूलैंड स्टेडियम पर श्रृंखला का तीसरा मैच खेला जाना है। श्रृंखला में शुरूआती दोनों मैच हारने के बाद दक्षिण अफ़्रीकी टीम ने आज नेट पर जमकर पसीना बहाया। पिछले दो मैचों में खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन को देखते हुए, दक्षिण अफ्रीकन बल्लेबाजों ने बाहर जाती गेंदों पर आज खूब मेहनत की।
आगामी मैचों को जीतने के बाद जहाँ भारतीय टीम के हौसले सातवें आसमान पर हैं, वहीं दक्षिण अफ़्रीकी टीम के लिए तीसरा एकदिवसीय मैच बेहद महत्त्वपूर्ण है। अगर दक्षिण अफ्रीका केपटाउन वनडे हार जाती है, तो उसके लिए सीरीज में वापसी के सारे दरवाजे बंद हो जायेंगे। हालांकि, भारतीय टीम पहले ही विश्व टॉप रैंकिंग में दक्षिण अफ्रीका को पीछे करके टॉप पर पहुँच चुकी है।
कुछ समय से लगातार अपने खिलाड़ियों के चोटिल होने से परेशान दक्षिण अफ्रिकी टीम प्रशासन ने खिलाडियों की लिस्ट में फेर बदल किया है। विकेट कीपर डि कॉक के चोटिल होने के बाद टीम ने आगामी मैचों के लिए हेनरिच क्लासेन को मौका दिया है। हालांकि अफ़्रीकी टीम के डी कंपनी कहे जाने वाले डिविलियर्स, डि कॉक और डू प्लेसिस के चोटों ने दक्षिण अफ़्रीकी टीम को गहरी चोट दी है।
अफ़्रीकी टीम के युवा खिलाड़ियों के पास फिलहाल उतना अनुभव नहीं है, जिसका फायदा भारतीय टीम को मिल रहा है। भारतीय टीम अगर यह सीरीज जीतने में कामयाब हो जाती है, तो भारत की यह दक्षिण अफ्रीका में पहली एकदिवसीय सीरीज जीत होगी।