वर्ल्ड डेस्क. पूर्व प्रधानमंत्री टेरीजा मे की ब्रेक्जिट रणनीति के मुखर आलोचकों में शामिल प्रीति पटेल ने नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कैबिनेट में गृह मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। इस प्रकार वह ब्रिटेन में भारतीय मूल की पहली गृह मंत्री बनीं।
प्रीति कंजरवेटिव पार्टी नेतृत्व के लिए बैक बोरिस अभियान की प्रमुख सदस्य थीं और पहले से संभावना थी कि उन्हें नई कैबिनेट में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
प्रीति पटेल को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रशंसक माना जाता है। 47 साल की प्रीति पटेल के माता-पिता मूल रूप से गुजरात के थे, जो युगांडा में रहते थे और 60 के दशक में इंग्लैंड आ गए थे।
उन्होंने उनकी नियुक्ति की घोषणा से कुछ घंटे पहले कहा, यह महत्वपूर्ण है कि कैबिनेट आधुनिक ब्रिटेन और आधुनिक कंजरवेटिव पार्टी को प्रदर्शित करे।गुजराती मूल की नेता प्रीति ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों के सभी प्रमुख कार्यक्रमों में अतिथि होती हैं और उन्हें ब्रिटेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्साही प्रशंसक के रूप में देखा जाता है।
प्रीति ने कहा कि मैं अपने देश को सुरक्षित रखने के लिए, अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए, और अपराध के संकट से लड़ने के लिए अपनी शक्ति में सब कुछ करूंगी । मैं उन चुनौतियों की प्रतीक्षा कर रही हूं जो अब आगे हैं।
47 वर्षीय प्रीति को पहली बार 2010 में एसेक्स में विथम के लिए कंजर्वेटिव सांसद के रूप में चुना गया था। वह 2014 में जूनियर मिनिस्टरियल पोस्ट, ट्रेजरी मिनिस्टर और फिर 2015 के आम चुनाव के बाद एम्प्लॉय मिनिस्टर के पद पर नियुक्त हुईं। इससे पहले 2016 में उन्हें डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनेशनल डेवलपमेंट में राज्य सचिव के पद पर पदोन्नत किया था।
भारत-ब्रिटेन संबंधों को मिलेगा नया आयाम
पीटीआई के अनुसार प्रीति ने कहा कि बोरिस जॉनसन जर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व करते हुए और प्रधान मंत्री के रूप में, यूनाइटेड किंगडम में एक नेता होंगे जो ब्रिटेन में विश्वास करते हैं, देश के भविष्य के लिए एक नई दृष्टि को लागू करेंगे।
भारत और ब्रिटेन के संबंधों पर प्रीति ने बिल्डिंग ब्रिज: रीवाकेनिंग यूके-इंडिया संबंधों के संदर्भ में पिछले महीने जारी की गई भारत की पहली रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हमारी रिपोर्ट यूके और भारत के बीच संबंधों को फिर से नए आयाम देने के लिए कह रही है।