नई दिल्ली। नागरिकता कानून को लेकर देशभर के अलग-अलग जगहों पर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ी बात कही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर हिंसक प्रदर्शन करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर हिंसक प्रदर्शन करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। चर्चा और विरोध लोकतंत्र का हिस्सा है लेकिन सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना सही नहीं है। इसपर उन्होंने चार ट्वीट किए।
पहले ट्वीट में PM मोदी ने लिखा, नागरिकता संशोधन अधिनियम पर हिंसक विरोध बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद हैं। बहस, चर्चा और असंतोष लोकतंत्र के आवश्यक अंग हैं लेकिन सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और सामान्य जीवन में अशांति फैलाना हमारे स्वभाव का हिस्सा नहीं है।
नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ जामिया और एएमयू के बाद अब लखनऊ के नदवा के छात्रों में विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया है। हिंसक झड़प के बाद जामिया के भीतर से पुलिस ने करीब 50 छात्रों को हिरासत में लिया था। साऊथ ईस्ट दिल्ली के डिप्टी पुलिस कमिश्नर चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि हिरासत में लिए गए 35 छात्रों को कालकाजी पुलिस स्टेशन से रिहा कर दिया गया। वहीं, न्यू फ्रेन्ड्स कॉलोनी थाने से भी 16 छात्रों को रिहा कर दिया गया है।