Mumbai. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र के अकोला पहुंचे। यहां उन्होंने एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रवाद को हमने राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा, ये सावरकर के संस्कार हैं। बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करने और उनको दशकों तक भारत रत्न से वंचित रखने वाले अब सावरकर को गालियां दे रहे हैं। इसके बाद मोदी जलाना और पनवेल में भी जनसभाएं करेंगे। विधानसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को मतदान होगा। इसके लिए 19 तारीख की शाम प्रचार थमेगा, नतीजे 24 को आएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, ”पिछले 5 साल में आपने देखा होगा कि देवेंद्र फडणवीस की सरकार में हमारा एक ही मकसद था- महाराष्ट्र का विकास। आज आपके सामने पहले से ज्यादा मजबूत सरकार बनाने के लिए, मजबूत इरादों वाली सरकार बनाने के लिए, आपके साथ मजबूती से खड़ी रहने वाली सरकार बनाने के लिए, आपसे आशीर्वाद लेने आया हूं। जिन लोगों ने अंबेडकर का अपमान किया और उनको दशकों तक भारत रत्न से वंचित रखा। आज वे लोग वीर सावरकर को गालियां देकर उनका अपमान कर रहे हैं।”
पीएम ने कहा, ”आज विरोधियों की राजनीतिक चालें चौपट होती जा रही हैं। अनुच्छेद 370 राष्ट्र के चरणों में न्यौछावर हो गया। शिवाजी की धरती पर आजकल ऐसी बातें फैलाई जा रही हैं कि महाराष्ट्र के चुनाव में जम्मू-कश्मीर के 370 का क्या लेना-देना। मैं उन कहना चाहता हूं कि कान खोल करके सुन लो, कश्मीर भी और वहां के लोग भी मां भारती की संतान हैं। महाराष्ट्र का कोई भी जिला ऐसा नहीं होगा, जहां से गए वीर सपूतों ने जम्मू-कश्मीर के लिए त्याग और बलिदान नहीं दिया होगा। यहां से जाने वाला हर जवान कहता है कि मैं शिवाजी महाराज की धरती से आया हूं। विरोधियों को शर्म आनी चाहिए। जनता आपके बयानों का चुन-चुनकर हिसाब लेगी।
मोदी ने कहा कि एक समय कुछ लोगों ने महाराष्ट्र को खून के रंग से रंग दिया था। आज रोज नए खुलासे हो रहे हैं कि खून की नदियां बहाने वालों के साथ नेताओं के कैसे रिश्ते थे। नेताओं को मालूम था कि उनके कारनामे कभी न कभी बाहर आएंगे और देश की जनता को जवाब देना पड़ेगा। इसीलिए बौखलाहट में पिछले कुछ महीनों से जांच एजेंसियों को बदनाम करना शुरू कर दिया। अफसरों पर भी कई तरह के आरोप लगाए गए, लेकिन अब वक्त बदल चुका है।