एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे को लेकर आजकल सियासत चल रही है। सदन के बाहर इस मामले में हंगामा भी किया गया और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पीएम पर आरोप लगाया कि उनसे 29 बार मिलने के बाद भी पीएम ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की।
इस बात पर नायडू ने निराशा जताते हुए मोदी सरकार से तेलुगु देशम पार्टी ने भाजपा से अलग होने को फैसले को सही करार दिया है। नायडू ने विधानसभा को संबोधित करते हुए केन्द्र सरकार में शामिल पार्टी के मंत्रियों और राज्य सरकार का अंग रहे भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों के इस्तीफे की जानकारी दी। उन्होंने राज्य सरकार में शामिल रहे भाजपा के मंत्रियों के काम की सराहना की और कहा, दोनों ने अपने-अपने विभागों में सराहनीय सुधार किए और उनकी सेवाओं के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।
पीएम के इस बयान पर कि कांग्रेस ने तेलंगाना के तौर पर बच्चे की सफल डिलीवरी की है किंतु मां की हत्या कर दी, नायडू ने इस बयान को याद करते हुए कहा। मैं 29 बार दिल्ली गया और श्री मोदी से आंध्र प्रदेश का हाथ थामने का आग्रह किया, किंतु प्रधानमंत्री की तरफ से कोई पहल नहीं की गई।
उन्होंने यह भी कहा, कि आंध्र प्रदेश पनर्गठन अधिनियम के तहत किए गए सभी 19 वादों का सम्मान किया जाना चाहिए। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल दिल्ली में मीडिया से कहा था कि 14 वें वित्त आयोग के अनुसार आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है और वह विशेष पैकेज देकर मदद कर सकते हैं।
इस पर नायडू ने कहा, वित्त मंत्री ने कल जो कहा वह सही नहीं है, आप पूर्वोत्तर राज्यों का हाथ मजबूती से थामे हुए हैं। किंतु आंध्र प्रदेश का नहीं, ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है।