नई दिल्ली।। आज 8 मार्च को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल ने महिलाओं के योगदान पर डूडल वीडियो समर्पित किया है। महिला दिवस के मौके पर देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने ट्वीट कर महिलाओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने लिखा, आइए हम महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने का संकल्प लें, ताकि वे अपनी आशाओं और अकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अपनी इच्छा के अनुसार बिना रुके आगे बढ़ सकें। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, मैं सभी महिलाओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। यह दिवस, समाज, देश एवं विश्व के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका तथा अथक प्रयासों के लिए, उनके प्रति सम्मान प्रदर्शित करने का अवसर है।’
PM नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर महिलाओं को बधाई दी है। मालूम हो कि गूगल के एनिमेटेड वीडियो में महिलाओं के योगदान को दिखाया गया है। महिला दिवस के मौके पर इस बार का थीम है आई एम जनरेशन इक्वलिटी : रियलाइजिंग वूमन्स राइट्स। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने नारी शक्ति को सलाम किया है। वह आज समाज को प्रेरणा देने वाली किसी महिला को अपना सोशल मीडिया अकाउंट की कमान सौंपेंगे।
इस मौके पर मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, मैं सभी महिलाओं को शुभकामनाएं देता हूं। हम नई नीति के माध्यम से महिला सशक्तीकरण की दिशा में काम कर रहे हैं। बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ नई ऊंचाइयों पर है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘1944 में पहली भारतीय महिला वैज्ञानिक बनकर, असीम चटर्जी ने जैविक रसायन और औषधीय पौधों पर शोध किया। उन्होंने मलेरिया रोधी और मिर्गी की दवाओं के विकास में खास योगदान दिया है।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘कादम्बिनी गांगुली और चंद्रमुखी बसु पहली दो भारतीय महिला स्नातक हैं, जिन्होंने 1882 में ब्रिटिश साम्राज्य के दौरान स्नातक किया, और कलकत्ता विश्वविद्यालय से कला में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।’
आपको बता दे, कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की कवायद एक महिला का ही था। उनका नाम क्लारा जेटकिन था। क्लारा ने 1910 में कोपेनहेगन में कामकाजी महिलाओं की एक इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के दौरान अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का सुझाव दिया था। वहीं, दुनिया भर में 60 से ज्यादा देशों के लोग अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस भी मनाते हैं। इस दिन को मनाने का मकसद, ‘पुरुषों और लड़कों की सेहत पर ध्यान देना, लैंगिक संबंधों को बेहतर करना, लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और समाज में सकारात्मक भूमिका निभाने वाले पुरुषों का प्रचार करना है।