न्यायाधीश लोया की मौत को लेकर 15 विपक्षी दलों के नेताओं ने आज राष्ट्रपति से मुलाकात की है। इन सभी पार्टियों के नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर अपना मांग पत्र सौंपा है। उन्होंने न्यायाधीश लोया की संदिग्ध मौत के मामले में सर्वोच्च न्यायालय के नेतृत्व वाली एसआईटी जांच की मांग की है।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि 15 पार्टियों के 114 सांसदों ने इस मांग पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। यह एक काफी गंभीर मामला है और सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में एक स्वतंत्र एसआईटी ही इसकी जांच कर सकती है। राहुल ने कहा कि न्यायाधीश लोया की मौत संदिग्ध है। मीडिया ने इसकी रिपोर्टिंग की है। देश में इस बार में चर्चा हुई है। इसके अलावा भी दो और संदिग्ध मौतें हुई हैं। अगर इस मामले की सही तरीके से जांच हो, तो उनके परिवार को न्याय मिलेगा। राष्ट्रपति ने हमारे मांग के प्रति सकारात्मक रुख दिखाया है।
बता दें कि जज लोया चर्चित सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस की सुनवाई कर रहे थे। 1 दिसंबर 2014 को अपने सहयोगी की बेटी की शादी में नागपुर गए लोया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस मामले ने पिछले साल नवंबर में तूल तब पकड़ा, जब उनकी बहन ने मौत की परिस्थितियों पर संदेह जताया और इसे सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस से जोड़ा।