एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पीएनबी घोटाला होने के बाद से बैंकों के नए-नए घोटाले सामने आ रहे हैं। अब एक मामले में खुलासा हुआ है जिसमें ज्वेलरी कारोबार से जुड़ी एक और कंपनी ने बैंकों को 824.15 करोड़ रुपए का चूना लगाया है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने जनवरी में सीबीआई से चेन्नई की ज्वेलरी चेन कनिष्क गोल्ड की जांच करने को कहा था। कनिष्क गोल्ड ने 14 बैंकों से करीब 824 करोड़ से ज्यादा का लोन ले रखा है।
कनिष्क गोल्ड का रजिस्टर्ड ऑफिस चेन्नई में है। इसके प्रोमोटर्स और डायरेक्टर्स भूपेश कुमार जैन और उनकी पत्नी नीता जैन है। बैंकर्स का कहना है कि इन दोनों से पिछले कुछ समय से संपर्क नहीं हो सका है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, कनिष्क गोल्ड को लोन देने वालों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अलावा निजी और सरकारी 14 बैंक शामिल हैं। 25 जनवरी 2018 को सीबीआई को लिखे एक लेटर में एसबीआई ने आरोप लगाया था कि कनिष्क गोल्ड रिकॉर्ड को बदलने की कोशिश और रातोंरात दुकानें बंद कर रही है।
SBI ने सबसे पहले कंपनी के खिलाफ आरबीआई को जानकारी दी थी। SBI ने 11 नवंबर 2017 में आरबीआई को कंपनी के फ्रॉड के बारे में बताया था। SBI के अनुसार, ज्वेलरी कंपनी ने मार्च 2017 में पहली बार आठ बैंकों के ब्याज का डिफॉल्ट किया था। वहीं, अप्रैल 2017 के बाद कनिष्क गोल्ड ने सभी 14 बैंकों का भुगतान नहीं किया है।
कनिष्क गोल्ड का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का 215 करोड़, आईसीआईसीआई बैंक का 115 करोड़, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया कआ 50 करोड़, सिडिकेट बैंक का 50 करोड़, बैंक ऑफ इंडिया का 45 करोड़, IDBI बैंक का 45 करोड़, यूको बैंक का 40 करोड़, तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक का 37 करोड़, आंध्रा बैंक का 30 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा का 30 करोड़, HDFC बैंक का 25 करोड़, सेंट्रल बैंक का 20 करोड़ और कॉरपोरेशन बैंक: 20 करोड़ रूपये बकाया है।