IND vs NZ: वर्ल्ड कप से बाहर हुई टीम इंडिया, न्यूजीलैंड ने 18 रनों से हराया

स्पोर्ट्स डेस्क. न्यूजीलैंड ने वर्ल्ड कप के इस पहले सेमीफाइनल में भारतीय टीम को 18 रन से हराकर 14 जुलाई को लॉर्ड्स में होने वाले फाइनल में जगह बनाई। न्यूजीलैंड ने इस मैच में 239 रनों का स्कोर बनाया। जवाब में भारतीय टीम 49।3 ओवर में 221 रन ही बना सकी। दूसरा सेमीफाइनल ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 11 जुलाई को बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेला जाएगा। फाइनल रविवार 14 जुलाई को लॉर्ड्स में होगा।

सेमीफाइनल का पहला दिन बारिश से प्रभावित होने के बाद न्यूजीलैंड की टीम ने रिजर्व डे यानी बुधवार को अपनी पारी शुरू की। टीम ने 46।1 ओवर में 211 रन से अपनी पारी आगे बढ़ाई और 8 विकेट पर 239 रन बनाए। इस तरह टीम इंडिया को वर्ल्ड कप फाइनल में जगह बनाने के लिए 240 रनों का लक्ष्य मिला। हालांकि किसी को भी नहीं लग रहा था कि भारतीय टीम को ये लक्ष्य हासिल करने में किसी तरह की परेशानी आएगी। मगर ऐसा हुआ नहीं।

भारतीय टीम का शीर्ष क्रम न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों के आगे बुरी तरह चरमरा गया और टीम ने महज 5 रन पर ही 3 विकेट गंवा दिए। ये तीनों विकेट कप्तान विराट कोहली, उपकप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल के थे। केएल राहुल और रोहित शर्मा को जहां मैट हेनरी ने विकेटकीपर टॉम लाथम के हाथों कैच कराया वहीं कोहली को ट्रेंट बोल्ट ने एलबीडब्‍ल्यू आउट किया। इन तीनों ने 1-1 रन बनाया। असल में इस न स्वीकार की जा सकने वाली हार की नींव तो इन तीन विकेटों के जरिये ही रखी जा चुकी थी। जल्द ही दिनेश कार्तिक भी 6 रन बनाकर चलते बने। कार्तिक भी हेनरी का शिकार बने।

एक समय जब चौथे नंबर पर उतरे ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या धीरे-धीरे भारतीय टीम की वापसी कराने में जुटे थे तो लग रहा था कि टीम जीत भी सकती है। मगर न्यूजीलैंड के स्पिनर सैंटनर की गेंद पर छक्का लगाने के अनावश्यक प्रयास में पंत कैच आउट हो गए। उसके कुछ देर बाद ही पंड्या भी इसी तरह की कोशिश में पवेलियन लौट गए।

धोनी और जडेजा पर टिक गईं पूरे देश की उम्मीदें

हालांकि इसके बाद भी भारत ने जीत की उम्मीद और जज्बा नहीं छोड़ा। यही वजह रही कि एक बार फिर सभी की निगाहें इन हालात के सबसे माहिर खिलाड़ी और दुनिया के बेहतरीन फिनिशर महेंद्र सिंह धोनी पर टिक गईं। धोनी ने समझबूझ और जडेजा ने ताबड़तोड़ अंदाज से रन गति बढ़ाने और संभलकर खेलने का काम जारी रखा। धोनी और जडेजा ने 116 रन की बेशकीमती साझेदारी की। टीम को आखिरी तीन ओवरों में 37 रन की दरकार थी। 48वें ओवर की पांचवीं गेंद पर जडेजा बोल्ट की गेंद पर केन विलियमसन को कैच थमा बैठे। इसके बाद ये मुकाबला कोई खिलाड़ी जिता सकता था वो धोनी ही थे।

रन आउट, और सब कुछ खत्म

49वें ओवर की पहली गेंद पर धोनी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में बैकवर्ड प्वाइंट पर छक्का जड़ दिया। दूसरी गेंद पर कोई रन नहीं बना और फिर तीसरी गेंद अपने साथ भारतीयों के लिए निराशा लेकर आई। धोनी ने इस गेंद को लेग साइड पर खेला और दो रन के ल‌िए दौड़ पड़े। मार्टिन गुप्टिल का सीधा थ्रो स्टंप पर लगा और इसके साथ ही धोनी 77 गेंदों पर 50 रन बनाकर रन आउट हो गए। और इसके साथ ही रन आउट हो गई भारतीय टीम के खिताब जीतने की उम्मीदें भी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.