मायावती बनी रहेंगी बसपा सुप्रीमो, यूपी उपचुनाव को लेकर बनाई रणनीति

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की केंद्रीय कार्यकारिणी समिति की बुधवार को आयोजित बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को एक बार फिर से बसपा का सुप्रीमो चुन लिया गया है। लखनऊ स्थित बसपा कार्यालय में राष्ट्रीय स्तर की बैठक के दौरान देश भर से आये प्रतिनिधियों ने मायावती को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना।

इस दौरान बैठक में यह भी तय किय गया कि बसपा उत्तर प्रदेश की सभी 13 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव लड़ेगी। उपचुनाव के प्रत्याशियों के नामों पर मुहर भी लगी। इसके साथ ही तय किया गया कि पार्टी दिल्‍ली, हरियाणा, महाराष्‍ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव लडेगी।

इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान मायावती ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग में जन्में महापुरुषों के मानवतावादी मिशन को बीएसपी के मूवमेंट के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए वह हर कुर्बानी देने को तैयार रहती हैं। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इनकी सरकारों में बहुजन समाज की इतनी उपेक्षा हुई है, जिसे भुला पाना मुश्किल है। कांग्रेस ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को न तो संसद में चुनकर जाने दिया और न ही भारत रत्न से सम्मानित किया।

यूपी उपचुनाव के लिए घोषित किए गए प्रत्याशी

बैठक में मायावती ने सभी 13 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। यह पहला अवसर है जब बसपा उपचुनाव लड़ने जा रही है। बसपा ने उत्तर प्रदेश के 13 में से 12 सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। हमीरपुर सीट से नौशाद अली, रामपुर की रामपुर सदर सीट से जुबैर मसूद खान, अलीगढ़ की इगलास सीट से अभय कुमार, बहराइच की बलहा सीट से रमेश चंद्र, फीरोजाबाद की टूंडला सीट से सुनील कुमार चित्तौड़ लखनऊ कैंट से अरुण द्विवेदी, कानपुर के गोविंद नगर देवी प्रसाद तिवारी, चित्रकूट के मानिकपुर सीट से राजनारायण निराला, प्रतापगढ़ सदर से रंजीत सिंह पटेल, बाराबंकी की जैदपुर सीट से अखिलेश कुमार अंबेडकर। अंबेडकर नगर की जलालपुर सीट से राकेश पांडेय और मऊ की घोसी सीट से कय्यूम अंसारी मैदान में हैं।सहारनपुर की गंगोह सीट से अभी प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया गया है। इन सीटों के लिए इनको प्रभारी बनाया गया है। बता दें कि बसपा में सीटों के प्रभारी ही प्रत्याशी होते हैं।

मजबूती से चुनाव लड़ने की अपील

मायावती ने कहा कि बीएसपी सरकार के बेहतरीन कार्य के ऐसे उदाहरण हैं, जिसके बल पर पार्टी अन्य राज्यों में भी वोट मांग सकती है। उन्होंने कहा कि हाल में दिल्‍ली, हरियाणा, महाराष्‍ट्र और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में मजबूती पार्टी लड़ेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी को इन चुनावों में बैलेंस आफ पावर बन कर आगे बढ़ना है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में होने वाले उप चुनाव में भी अच्छा परिणाम लाना है।

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