लखनऊ. बुलंदशहर हिंसा के आरोपियों का फूल-मालाओं से स्वागत को लेकर प्रदेश पर जारी सियासत पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने विपक्ष को नसीहत दी है। उप मुख्यमंत्री Keshav Prasad Maurya ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा है कि ‘राई का पहाड़’ बनाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर किसी आरोपी के समर्थक जेल से उसके बाहर आने पर स्वागत करते हैं तो इससे सरकार और बीजेपी का कुछ भी लेना देना नहीं है। विपक्ष इस बात को बेवजह तूल न दे।
गौरतलब है कि यूपी के बुलंदशहर के स्याना में हुई हिंसा के आरोपी जीतू फौज़ी समेत सात आरोपी जमानत पर जेल से बाहर आ गए हैं। जेल से बाहर आने पर लोगों ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया। राजद्रोह, हत्या और बलवा के आरोपियों के स्वागत की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब शेयर हुई।
3 दिसंबर 2018 को भड़की हिंसा के मामले में रविवार को सात आरोपी जेल से बाहर आ गए। इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 13 अगस्त को जितेंद्र सिंह उर्फ जीतू फौजी समेत सात आरोपियों को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए थे।
पिछले साल दिसंबर में हुई थी हिंसा
बता दें 03 दिसंबर 2018 को स्याना के चिगरावठी में गोकशी के बाद हिंसा भड़क उठी थी। हिंसा के दौरान सुबोध कुमार की हत्या और सुमित कुमार नाम के एक युवक की मौत हो गई थी। जेल में बंद सातों आरोपियों को हाल ही में हाइकोर्ट से जमानत मिली है। इस मामले में एसआई सुभाष चंद्र ने 27 नामजद और 50- 60 अज्ञात के खिलाफ स्याना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।