न्यूज़ डेस्क | नवप्रवाह न्यूज़ नेटवर्क
आरक्षण, सारथी संस्था व मराठा समाज की विभिन्न मांगों के लिए आक्रामक रुख अपनाते हुए मराठा क्रांति मोर्चा की ओर से रविवार को विविध राजनीतिक कार्यालय के सामने आक्रोश आंदोलन किया गया. मराठा समाज के आरक्षण के फैसले पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा लगाई गई रोक हटाने, सारथी संस्था को स्वायत्तता दें, आण्णासाहेब पाटिल महामंडल की ब्याज वापसी योजना के लिए निधि आबंटित करें आदि मांगें आंदोलनकारियों द्वारा की गई. सभी दलों के नेताओं ने मराठा समाज की मांगों की पूर्तता को लेकर आश्वस्त किया.
राष्ट्रवादी कांग्रेस कार्यालय : मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रविवार को सुबह 10.30 बजे तिलक रोड पर राष्ट्रवादी कांग्रेस कार्यालय के सामने जोरदार नारेबाजी की. पुणे शहर के पार्टी के अध्यक्ष और विधायक चेतन तुपे और पार्टी प्रवक्ता अंकुश काकड़े ने मराठा क्रांति मोर्चा की मांगों पर अमल करने का आश्वासन दिया.
शिवसेना कार्यालय : उसके बाद, सभी आंदोलनकारियों ने डेक्कन जिमखाना में शिवसेना पार्टी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया. यहां पुणे शहर के प्रमुख रमेश कोंडे, रामभाऊ पारिख, श्याम देशपांडे, राजा शिलिमकर, संगीता थोसर और अन्य ने उनकी मांगों का पालन करने का वादा किया.
भाजपा कार्यालय : इसके बाद आंदोलनकारी भाजपा के पुणे शहर कार्यालय के सामने पहुंचे. यहां एक मराठा लाख मराठा के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा. भाजपा सांसद गिरीश बापट, विधायक भीमराव तापकीर, पार्षद राजेश येनपुरे, बापू मानकर आदि ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की और मराठा समुदाय की मांगों का पालन करने का वादा किया.
कांग्रेस कार्यालय : कांग्रेस भवन परिसर में इस आक्रोश आंदोलन का समापन विभिन्न लोगों के भाषणों के साथ हुआ. विधायक संजय जगताप, रमेश बागवे, कैलास कदम, आदि द्वारा भाषण दिए गए.
इस दौरान कांग्रेस पार्टी की ओर से मराठा क्रांति मोर्चा के नेताओं को एक लिखित आश्वासन दिया गया.राजेन्द्र कोंढरे के नेतृत्व में किये गए इस आंदोलन में राजेंद्र कुंजीर, नामदेव मानकर, रघुनाथ चित्रे पाटील, बालासाहेब आमराले, युवराज दिसले, सचिन आदेकर, तुषार काकडे, धंनजय जाधव, विकास पासलकर, मीना जाधव, दिपाली पाडले, विनया व्हिसे पाटील, अश्विनी शिंदे, वैशाली कोंढरे आदि शामिल थे.