मेधा सिंह| navpravah.com
नई दिल्ली | मणिपुर में हिंसा का माहौल बना हुआ है।जिरीबाम में 11नवंबर को कुकी समुदाय के उग्रवादियों ने एक पुलिस स्टेशन पर हमला बोल दिया था जिसके बाद से सुरक्षा बल और कुकी समुदाय में मुठभेड़ हुई और 10 संदिग्ध कुकी समुदाय के लोग मारे गए।इस भीषण गोलीबारी में सीआरपीएफ के दो जवान भी घायल हो गए,एक काफी गंभीर रूप से घायल हैं ।
तीन महिलाएं और बच्चे लापता
इस घटना के बाद जकुराधोर गांव में मंगलवार को दो लोगों की लाश मिली जिनकी पहचान हो गई है – लैशराम बरेल (61) और माईबाम केशो सिंह (75)।साथ ही तीन महिलाएं और तीन नाबालिग बच्चे भी लापता हैं ।महिलाओं की पहचान टी थोइबी देवी (31),एल हेतोम्बी देवी (25) और रानी देवी (60) नाम से हुई है।
सीआरपीएफ ने जिरिबाम में काफी फोर्स भेजा गया है।कुकी ज़ो के ज्यादातर इलाकों में कुकी समुदाय के लोगों के मारे जाने पर उन्होंने सुरक्षा बल द्वारा मारे गए लोगों के विरोध में उन इलाकों को बंद करके विरोध करने का निर्णय लिया है ।
बताया जा रहा है पुलिस कर्मी और सीआरपीएफ का कुकी समुदाय के उग्रवादियों से इसलिए झगड़ा हुआ क्योंकि उन्होंने जिरिबाम के पुलिस स्टेशन को निशाना बनाया था उसके बाद उन्होंने पुलिस स्टेशन के बगल में बने रिलीफ कैंप पर हमला कर दिया जिसके चलते सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों पर हमला बोला और कई की मौत हो गई।
उग्रवादियों ने बस्ती में मचाया हड़कंप
जकुराडोर करोंग में स्थित एक बस्ती में उग्रवादियों ने जा कर घरों में आग लगाना शुरू कर दिया।यह इलाका हमला किए गए पुलिस स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर है।
इंफाल घाटी में भी हिंसा का मामला सामने आ रहा है। वहां भी गोलीबारी हुई है।