एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म ‘पद्मावत’ को 25 जनवरी को रिलीज की अनुमति दे दी है, फिर भी ‘पद्मावत’ पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिल्म के विरोध में एक बार फिर राजपूत महिलाएं सामने आ गई हैं। खबरों के मुताबिक, वसुंधरा राजे भी अब करणी सेना के साथ पद्मावत के विरोध में उतर चुकी हैं। वसुंधरा सरकार आज सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल कर सकती है।
करणी सेना के प्रमुख महिपाल मकराना ने कहा कि 24 जनवरी को राजपूत महिलाएं चित्तौड़गढ़ में जौहर करेंगी। अभी तक जौहर के लिए 1826 महिलाएं राजी हुई हैं। ये जौहर फिल्म के विरोध में चित्तौड़गढ़ की सर्व समाज समिति और श्रीराजपूत करणी सेना कराएगी।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, इस याचिका को खारिज करते हुए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बैंच ने कहा कि ‘अदालत, संविधान के अनुसार चलती है और हम कल ही अपने अंतरिम फैसले में यह कह चुके हैं कि राज्य सरकारों के पास किसी भी फिल्म की स्क्रीनिंग रोकने का अधिकार नहीं है।
गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान और मंगलवार को हरियाणा में फिल्म ‘पद्मावत’ पर बैन लगाए जाने के बाद फिल्म के प्रोड्यूसरों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। ‘पद्मावत’ आईमैक्स थ्रीडी में रिलीज होने वाली भारत की पहली फिल्म होगी।
इसी क्रम में शुक्रवार को एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिमों से कहा था कि वह इस फिल्म को देखकर अपना समय न बर्बाद करें। ओवैसी ने कहा था कि, ईश्वर ने आपको दो घंटे की फिल्म देखने के लिए नहीं बनाया है।
‘पद्मावत’ फिल्म की कहानी 13वीं सदी में महाराजा रतन सिंह एवं मेवाड़ की उनकी सेना और दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के बीच हुए ऐतिहासिक युद्ध पर आधारित है।