वर्ल्ड डेस्क. Hong Kong में विरोध प्रदर्शन चरम पर है। सड़कों पर हो हल्ला मचा हुआ है। हवाई अड्डों से उड़ानें रद्द हो रही हैं। सैकड़ों या हजारों नहीं लाखों लोग रोजाना सड़कों पर उतर रहे हैं।
दरअसल, कुछ महीने पहले Hong Kong में एक बिल लाया गया जिसमें कहा गया था कि Hong Kong में विरोध प्रदर्शन या फिर जुर्म करने वालों के खिलाफ Hong Kong में नहीं बल्कि चीन में मुकदमा चलाया जाएगा।
जिसके बाद प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरने लगे और चीन की नाक में दम कर दिया है। प्रदर्शनकारी स्वतंत्रता से कम किसी भी बात पर मानने को तैयार नहीं हैं।
चीन के खिलाफ Hong Kong में बागवत की आग लगी हुई है। इस देश की जनता चीन के जुल्म ओ सितम से आजादी चाहती है, इसलिए हाथों में छाता और चेहरे पर मास्क पहनकर सड़कों पर उतर आए हैं।
लोग घरों में ही स्मोक बम और पेट्रोल बम बनाकर चीन के विरोध में उतरे हैं। महीनों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन से जब बात नहीं बनी तो लोगों ने हिंसा का रास्ता अपनाया।
सड़कों पर आग लगा दी। टेलीफोन और स्ट्रीट लाइट के पोल काट दिए रास्ते जाम कर दिए। पुलिस को बेबस कर दिया। लोग सीधा पुलिस से ही टकरा गए। भिड़ गए पुलिस से और पुलिसवालों पर हमला कर दिया।