धनरुआ के डुमरा गांव में शुक्रवार को करंट से 45 वर्षीय मिथिलेश बिंद की माैत हाे गई. उनकी पुत्रियों ने उनके पार्थिव शरीर काे कंधा देकर मिसाल पेश की. इस दृश्य को देख लोग भावुक हो गए. अपने पिता को कंधा देने वाली 16 वर्षीय सुनीता कुमारी, 14 वर्षीय सिकांता कुमारी, 11 वर्षीय रेश्मी कुमारी व 6 वर्षीय सुषमा कुमारी लगातार राे रही थीं.
_ बड़ी बेटी सुनीता ने दी मुखाग्नि
वहीं उनकी मां जासो देवी रह-रहकर बेहोश हो जा रही थी. फतुहा घाट पर बड़ी पुत्री सुनीता ने पिता को मुखाग्नि दी. मिथिलेश घर में कमाने वाला एकमात्र व्यक्ति था. वह बटाईदार किसान था. उसके जाने से उसकी चारोें पुत्रियों की परवरिश पर कौन करेगा, इसकी चिंता उसकी पत्नी को सताने लगी है. मुखिया संगीता देवी ने अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद की.
_ ट्रान्सफार्मर से पनई में प्रवाहित हो रहा था करंट
गांव में स्थित एक पईन में मछली मारने के दौरान मिथिलेश काे करंट लगा. वह खेत पटवन के दौरान पास स्थित पईन में मछली मारने लगा. इसी बीच पास स्थित ट्रांसफार्मर के स्टेक में प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई. बाद में ग्रामीणों ने बिजली आपूर्ति को बंद कर शव को बाहर निकाला.