क्राइम डेस्क. रविवार रात पूर्व DIG सभाजीत सिंह के बिल्डर बेटे बलवंत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बलवंत अशोक विहार कालोनी में एक अपने मित्र के यहां दावत पर गए थे. वहां पार्टनरों के बीच कहासुनी के दौरान एक ने बलवंत पर गोली चला दी. आनन-फानन में बलवंत को सिंह मेडिकल नर्सिंग होम ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बलवंत की मौत की खबर मिलते ही मित्रों व परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया.
वहीं कांग्रेस के एक नेता और बिल्डर पर हत्या का आरोप लगाया गया. हालात को देखते हुए कई थानों की फोर्स बुला ली गई. आरोपित कांग्रेसी नेता के घर पुलिस ने दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला. देर रात पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं परिजनों ने आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर शव को पोस्टमार्टम के लिए देने से मना कर दिया. देर रात तक पुलिस परिजनों का समझाने में जुटी थी. परिजनों के आक्रोश को देखते हुए सिंह मेडिकल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई.
रियल इस्टेट के कारोबार से जुड़े बलवंत सिंह सत्य साई बाबा इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में पार्टनर थे. कंपनी में इन दिनों विवाद चल रहा है. रविवार को गोपाल सिंह के पहड़िया अशोक विहार कॉलोनी में मीटिंग बुलाई गई थी. बताते हैं मीटिंग में तीसरे पार्टनर काग्रेस नेता पंकज चौबे के साथ कुछ अन्य लोग भी थे. बलवंत अपनी बुलेटप्रूफ कार और लाइसेंसी पिस्टल के साथ गए थे. मीटिंग के दौरान खानपान की भी व्यवस्था थी.
बलवंत देर रात अचानक गोपाल सिंह के घर के बाहर आए. इसी बीच गोली चलने की आवाज सुनाई दी. उनके चालक ने देखा कि बलवंत के पेट से खून निकल रहा है. चालक उन्हें लेकर अस्पताल भागा लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. एसपी सिटी दिनेश सिंह ने बताया कि गोपाल सिंह ने अभी तक की पूछताछ में बताया है कि गोपाल सिंह के निकलने से कुछ देर पहले पंकज चौबे वहां से निकल चुका था.