बिजली ठेकेदार से लाईट शिफ्टिंग व ग्राहकों के नए बिजली मीटर की फाईल मंजूर करने के लिए 17 हजार रुपए की रिश्वत लेनेवाले महावितरण के सहायक अभियंता को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों ने रंगें हाथों गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए सहायक अभियंता की पहचान तुषार नांद्रे के रूप में की गई है.
एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक बीवी गावंडे ने बताया कि शिकायतकर्ता महावितरण में बिजली के विविध कामों का ठेके लेता है. शिकायतकर्ता ठेकेदार द्वारा किए जानेवाले लाईट शिफ्टिंग व ग्राहकों के नए बिजली मीटर की फाईल मंजूर करने के लिए सहायक अभियंता तुषार नांद्र ने 17 हजार रुपए की रिश्वत मांगी.
रिश्वत देने की इच्छा न होने से शिकायर्ता ने औरंगाबाद स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय पहुंचकर शिकायत दी. इसी शिकायत पर एसीबी ने सोमवार की दोपहर महावितरण के सावंगी में स्थित सहायक अभियंता कार्यालय में जाल बिछाया. जैसे ही ठेकेदार ने सहायक अभियंता तुषार नांद्र को 17 हजार की रिश्वत थमायी. तभी पहले से जाल बिछाए एसीबी के अधिकारियों ने सहायक अभियंता को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. एसीबी के इस कार्रवाई से महावितरण के रिश्वत खोर अधिकारियों में खलबली मची है. आरोपी के खिलाफ जिले के फुलंब्री थाना में मामला दर्ज किया गया है.
इधर, सहायक अभियंता को रिश्वत लेते गिरफ़्तार करते ही उसके घर पर छापा मारा गया. यह कार्रवाई एसीबी के प्रभारी पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिता जमादार, पुलिस उपाधीक्षक बीवी गावंडे, के मार्गदर्शन में पीआई संदिप राजपूत,पुलिस नाईक अरुण उगले, रवीन्द्र अंबेकर, विलास चव्हाण ने पूरी की. एसीबी की प्रभारी एसपी डॉ. अनिता जमादार ने नागरिकों से अपील की कि जो भी सरकारी अधिकारी व कर्मचारी रिश्वत मांगता हैं, वे तत्काल एसीबी से संपर्क करें.